हैदराबाद: टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए आज यानी शुक्रवार का दिन निराशाजनक रहा. महिला हॉकी टीम को ब्रिटेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही उसका ओलंपिक में पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया.
वहीं, बजरंग पूनिया भी 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के सेमीफाइनल में हार गए. हालांकि, उनकी ब्रॉन्ज मेडल की उम्मीद बरकरार है. उधर, महिलाओं की फ्री स्टाइल 50 किग्रा में सीमा बिस्ला हार गईं. हालांकि, गोल्फ के लिए अच्छी खबर है. महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारतीय गोल्फर अदिति अशोक इतिहास रच सकती हैं. वह गोल्फ में भारत के पहले पदक की दावेदार बनी हुई हैं.
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इन खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद
भारत और पाकिस्तान दोनों 7 अगस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस दिन न तो क्रिकेट के मैदान पर दोनों टीमें आमने-सामने होने वाली हैं और न ही हॉकी में दोनों का कोई मुकाबला है. इसके बावजूद हर कोई भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले का इंतजार कर रहा है.
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दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी जेवलिन थ्रो के फाइनल में उतरेंगे और ये फाइनल 7 अगस्त शनिवार को खेला जाएगा. इसके पीछे वजह दोनों का कमाल का प्रदर्शन है. जेवलिन थ्रो के फाइनल में दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
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क्वालिफिकेशन राउंड में दोनों अपने अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे और क्वालिफिकेशन मार्क हासिल करके फाइनल में जगह बनाई थी. ओवरऑल भारत के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा 86.65 मीटर के थ्रो के साथ टॉप पर रहे थे, जबकि 85.16 मीटर के साथ अरशद तीसरे स्थान पर रहे. नीरज ग्रुप ए में थे और अरशद ग्रुप बी में थे.
गोल्फर अदिति से आस
टोक्यो ओलंपिक में भारत के खाते में एक और मेडल आ सकता है. स्टार गोल्फर अदिति अशोक ने अपने प्रदर्शन से पदक की आस जगा दी है. अदिति महिलाओं के व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले के तीसरे दौर के बाद दूसरे स्थान पर हैं.
अदिति के पास गोल्ड मेडल जीतने का बेहतरीन मौका है. अगर खराब मौसम के कारण शनिवार (7 अगस्त) को चौथा और फाइनल राउंड नहीं होता है तो अदिति को सिल्वर मेडल मिल सकता है. वहीं, अगर फाइनल राउंड पूरा होता है तो वह गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार होंगी. 23 साल की अदिति मेडल जीत जाती हैं, तो भारतीय गोल्फ के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा.
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बता दें, भारत ने अब तक ओलंपिक में गोल्फ में मेडल नहीं जीता है. पांच साल पहले तक अदिति अशोक गोल्फ के दिग्गजों के बीच अपना समय बिताते दिखती थीं. रियो ओलंपिक- 2016 में वह महिला गोल्फ प्रतियोगिता में सबसे कम उम्र की प्रतियोगी थीं. अब समय बदल चुका है और वह टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने की ओर हैं.
बजरंग से अब कांस्य की आस
कुश्ती में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया 65 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में हार गए. अब वह शनिवार को कास्य पदक मुकाबले में उतरेंगे. सेमीफाइनल में बजरंग को अजरबैजान के हाजी एलियेव ने मात दी. एलियेव तीन बार के विश्व चैम्पियन और रियो खेलों के कांस्य विजेता हैं. हाजी ने बजरंग पर 12-5 से जीत हासिल की.
बजरंग पूनिया अब कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे. वह अगर इसमें जीत दर्ज करने में सफल रहते हैं तो ओलंपिक में यह भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी होगी. सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त ने 2012 के लंदन खेलों में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था. रवि दहिया ने गुरुवार को 57 किग्रा में रजत पदक जीता था.