हैदराबाद : देश में अब 14.2 किलो के घरेलू रसोई गैस सिलिंडर की कीमत आठ सौ रुपये से ज्यादा हो गई है. पिछले15 महीनों में रसोई गैस के दाम 321 रुपये बढ़े हैं. अकेले फरवरी में ही एलपीजी 125 रुपये महंगी हुई थी. मार्च 2014 में एलपीजी सिलेंडर का रेट 410 रुपये था. यह दिल्ली का भाव है. पिछले महीने जुलाई में ही डॉमेस्टिक एलपीजी (LPG) सिलेंडर के भाव 25.50 रुपये बढ़ाए गए थे. अभी दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाला रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 834.50 है यानी 7 साल में दोगुने से ज्यादा रेट बढ़ गया है. इसका असर भारत में कुल 28.8 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं पर पड़ा है. अगस्त में 19 किलो वाले कमर्शल सिलेंडर की कीमत में 73.50 रुपये का इजाफा किया गया है.
क्या सरकार कम कर रही है सब्सिडी
कोरोना के पहली लहर के बाद केंद्र सरकार ने सब्सिडी रोक दी थी. मगर मार्च में पेट्रोलियम मंत्री ने बताया कि सब्सिडी दी जा रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी 2021-22 के बजट में रसोई गैस और केरोसिन के लिए 14 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी का ऐलान किया था. यह रकम 2020-2021 के बजट की तुलना में काफी कम है. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सरकार ने इस मद में 40 हज़ार 915 करोड़ रुपये रखे थे. पूरे साल में सरकार ने करीब 39 हज़ार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी.
कैसे तय होती रसोई गैस की कीमत
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले फाइनैंशल ईयर 2020-2021 में एलपीजी की खपत 276 लाख टन रही. 2021 के मार्च तक एलपीजी की खपत 7.3 प्रतिशत बढ़ी थी. भारत अपनी खपत का 50 प्रतिशत से अधिक विदेश से आयात करता है. प्राइस रिवाइजिंग पैटर्न के चलते रोज सुबह 6 बजे एलपीजी की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के रेट के हिसाब से बदलती रहती है. एलपीजी के रेट इंपोर्ट पैरिटी प्राइस (IPP) के आधार पर तय होते हैं. आईपीपी का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट की कीमतों से होता है. सऊदी अरामको की ओर से तय मानक के आधार पर रेट निर्धारित होते हैं.
सरकार लेती है सिर्फ 5 प्रतिशत जीएसटी
जब गैस देश में आ जाती है तो एलपीजी कंपनियां देश में बॉटलिंग, स्थानीय ढुलाई, मार्केटिंग कॉस्ट, ओएमसी के लिए मार्जिन, डीलर कमीशन और जीएसटी आदि जोड़कर गैस की कीमत तय करती है. 14.2 किलो के एक सिलेंडर पर कुल डीलर डिस्ट्रीब्यूशन कमीशन 61.84 रुपये है. इसमें इस्टैब्लिशमेंट चार्ज 34.24 रुपये और डिलवरी चार्ज 27.60 रुपये शामिल है. एलपीजी ( LPG) सिलेंडर पर कुल 5 प्रतिशत जीएसटी लगती है. 2.5 पर्सेंट केंद्र सरकार और 2.5 पर्सेंट राज्य सरकार वसूलती है.
अपने बिल को ध्यान से देखें. बेस प्राइस के नीचे सीजीएसटी और एसजीएसटी के रेट लिखे होते हैं. हर शहर में एलपीजी की कीमत अलग-अलग होती है. यह कीमत सप्लाई करने वाली कंपनी पर निर्भर करती है. हर शहर में एलपीजी की कीमत अलग-अलग होती है. यह कीमत सप्लाई करने वाली कंपनी पर निर्भर करती है.
केद्र सरकार का कहना है कि गैस के एक सिलेंडर पर ग्राहकों को 291.48 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. पीएम उज्जवला योजना के लाभार्थियों को 312.48 रुपये प्रति सिलिंडर की सब्सिडी दी जा रही है.
वेबसाइट के जरिए चेक करें सब्सिडी
आप http://mylpg.in/ पर जाएं, अपना 17 डिजिट का LPG ID भरें
रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भरें, कैप्चा कोड भरें और आगे बढ़ें
एक OTP आपके मोबाइल नंबर पर आएगा
अगले पेज पर अपना ई-मेल आईडी लिखकर पासवर्ड जेनरेट करें
ई-मेल पर एक एक्टीवेशन लिंक आएगा, उसे क्लिक करें
लिंक क्लिक करते ही आपका अकाउंट एक्टिवेट हो जाएगा,इसके बाद आप mylpg.in पर जाकर लॉग-इन करें
अगर आपका आधार कार्ड LPG अकाउंट से लिंक है तो उसे क्लिक करें
इसके बाद View Cylinder Booking History/subsidy transferred के विकल्प दिखेंगे
इसके अलावा आप अपनी डिस्ट्रिब्यूटर कंपनी की बेवसाइट पर जाकर भी सब्सिडी चेक कर सकते हैं.
आप टोल फ्री नंबर 18002333555 पर कॉल कर सब्सिडी से संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
क्या हैं सब्सिडी के नियम
पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार, अगर आपकी इनकम 10 लाख है तो आप रसोई गैस की सब्सिडी पाने के हकदार नहीं हैं. चूंकि आपका गैस कनेक्शन, बैंक अकाउंट और आधार से लिंक है. आपने KYC के जरिये इसकी जानकारी दी है, इसलिए यह सिस्टम से छिपा नहीं है. अगर पति और पत्नी मिलकर भी 10 लाख कमाते हैं तो उन्हें LPG सब्सिडी नहीं मिलेगी.
अगर आपकी इनकम 10 लाख से नीचे हैं, फिर भी LPG पर मिलने वाली सब्सिडी नहीं आ रही है तो ऐसा आधार लिंक (LPG Aadhaar Linking) न होने के कारण हो सकता है. गैस सब्सिडी के लिए आपको अपनी Gas Agency में जाकर आवेदन देना होगा. इस आवेदन में आपको लिखना होगा कि आपको सब्सिडी की जरूरत है और आप इसके पात्र हैं.. इसका प्रूफ देना होगा.