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Scindia Vs Congress: केंद्रीय मंत्री सिंधिया और कांग्रेस के बीच तनातनी बढ़ी, मामला 'देशद्रोही' और 'गद्दार' तक पहुंचा

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Published : Apr 6, 2023, 1:34 PM IST

Updated : Apr 6, 2023, 4:58 PM IST

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के बीच 'गद्दार कौन' के मुद्दे पर तलवारें तन गई हैं.एक समय गांधी परिवार के काफी करीबी रहे सिंधिया अब राहुल गांधी पर हमलावर हैं. सिंधिया ने राहुल गांधी की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें 'गद्दार' बताया है. इस पर कांग्रेस की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया आई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अंग्रेजों से युद्ध के दौरान सिंधिया परिवार की भूमिका पर सवाल उठाए. कांग्रेस ने भी सिंधिया को 'राष्ट्रदोही' परिवार का बताया.

Jairam Ramesh Calls Jyotiraditya traitor
सिंधिया को जयराम रमेश ने देशद्रोही बताया

भोपाल। एक समय गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया व कांग्रेस के बीच सियासी तकरार शुरू हो गई है. कांग्रेस से अलविदा कहने और बीजेपी में काफी तवज्जो मिलने के बाद भी सिंधिया कुछ दिन पहले तक गांधी परिवार को लेकर हमेशा खामोशी की चादर ओढ़े रहे हैं. लेकिन पिछले सप्ताह से केंद्रीय मंत्री सिंधिया गांधी परिवार को लेकर एकदम मुखर हो चले हैं. सूरत की कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने और फिर इस मामले में कांग्रेस व बीजेपी के बीच जारी सियासी वार में अब सिंधिया भी कूद पड़े हैं.

  • #WATCH | Delhi: Rahul Gandhi & Congress Party have started to make their personal fight a fight for democracy…they are trying to do everything possible to stay politically relevant…any criticism of this would be less: Jyotiraditya Scindia, Union Minister pic.twitter.com/LDQwTSsRyn

    — ANI (@ANI) April 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिंधिया ने की राहुल गाधी पर तल्ख टिप्पणी : सिंधिया ने पहली बार राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया. आरोप लगाया कि कांग्रेस देश के खिलाफ काम करने वालों की विचारधारा पर चल रही है. उन्होंने मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी के पक्ष में खड़ी हुई कांग्रेस पर हमला किया. सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने न्यायपालिका पर दबाव डालने और प्रासंगिक बने रहने के लिए हरसंभव प्रयास किया है. सिंधिया ने कहा, "इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है, हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है और हमारे सैनिकों को चीन द्वारा पीटे जाने की बात कही है।"

कांग्रेस ने कविता के माध्यम से किया हमला : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा "देशद्रोही" शब्द के साथ कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर किए गए हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सिंधिया को याद दिलाया कि वह उस परिवार से हैं जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई के दौरान देश के साथ गद्दारी की. ग्वालियर के पूर्व राजघरानों के इतिहास को पूरा देश जानता है. जयराम रमेश ने हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की एक कविता का हवाला दिया, जिसमें 19वीं सदी की रानी झांसी की रानी की प्रशंसा की गई थी. जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. कविता में सिंधिया परिवार, ग्वालियर के शासकों को अंग्रेजों के सहयोगी के रूप में भी उल्लेख किया गया है. जयराम रमेश ने कहा "क्या वह झाँसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता भूल गए हैं?" इसके साथ ही लिखा "अंग्रेजों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी, बुंदेले हरबोलो के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।"

  • कविताएँ कम और इतिहास ज़्यादा पढ़ें।

    “Thus they (Marathas) had practically inherited the Delhi Empire. The Marathas remained to challenge British supremacy. But the Maratha power went to pieces after the death of Mahadji Scindia”

    - Nehru in his book ‘Glimpses of World History’

    — Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिंधिया बोले- जयराम रमेश पहले इतिहास पढ़ें : बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 1947 तक ग्वालियर पर शासन करने वाले सिंधिया राजवंश से संबंधित हैं. जयराम रमेश के ट्वीट पर और आक्रामक होते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा "कविता से अधिक इतिहास पढ़ें". सिंधिया ने जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक "ग्लिम्प्स ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री" के अंशों का हवाला दिया, जिसमें मराठों की भूमिका की प्रशंसा की गई थी. इसमें कहा गया है कि एक शक्तिशाली हिंदू योद्धा कबीले जिसमें सिंधिया भी शामिल थे, भारत में ब्रिटिश वर्चस्व को चुनौती देने में. सिंधिया ने ट्वीट किया "इस प्रकार वे (मराठा) व्यावहारिक रूप से दिल्ली साम्राज्य को विरासत में मिला था. मराठा ब्रिटिश वर्चस्व को चुनौती देने के लिए बने रहे. लेकिन महादजी सिंधिया की मृत्यु के बाद मराठा शक्ति टुकड़े-टुकड़े हो गई।"

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मध्यप्रदेश की सियासत भी गर्म : इस मामले में मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि जयराम जी आप कहां चले गए थे, जब सिंधिया कांग्रेस में थे. तब आपको सुभद्रा जी की कविता याद नहीं आई, तब तो आप सिंधिया जी की तारीफों के पुल बांधते थे. जब वह कांग्रेस में थे. और दूसरी बात सिंधिया ने जयराम रमेश को आईना दिखा दिया है कि पहले वह इतिहास अच्छी तरह से पढ़ लें. वहीं, कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई स्वतंत्रता आंदोलन की वह नायिका थीं, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने न टेकने के अपने संकल्प के साथ गद्दारों के हाथों अपना बलिदान देना उचित समझा. लेकिन लक्ष्मीबाई की समाधि अब सिर झुकाने से पुराने पाप नहीं धुलने वाले. इस परिवार ने जो किया, उसे देश की जनता कभी नहीं भुला सकती. इतिहास गवाह है कि लक्ष्मीबाई की हत्या से लेकर अंग्रेजी हुकूमत का झंडाबरदार आखिर कौन था.

सिंधिया पर हमले और तेज होंगे : वहीं, वरिष्ठ पत्रकार केडी शर्मा कहते हैं कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में अपनी बेहतर जगह बना चुके ज्योदिरादित्य सिंधिया विपक्ष के हमेशा निशाने पर रहेंगे और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, उन पर कांग्रेस के हमले और तेज होंगे. इतिहास के पन्नों पर न भी जाएं तो सिंधिया घराने को रानी लक्ष्मीबाई को लेकर हमेशा कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की जाती रही. पहले यह काम बीजेपी करती थी और दलबदल के बाद यह कांग्रेस कर रही है. हालांकि बीजेपी में आने के बाद वे पहली बार रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस नेता इसे लोगों को आसानी से भूलने नहीं देगी.

भोपाल। एक समय गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया व कांग्रेस के बीच सियासी तकरार शुरू हो गई है. कांग्रेस से अलविदा कहने और बीजेपी में काफी तवज्जो मिलने के बाद भी सिंधिया कुछ दिन पहले तक गांधी परिवार को लेकर हमेशा खामोशी की चादर ओढ़े रहे हैं. लेकिन पिछले सप्ताह से केंद्रीय मंत्री सिंधिया गांधी परिवार को लेकर एकदम मुखर हो चले हैं. सूरत की कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने और फिर इस मामले में कांग्रेस व बीजेपी के बीच जारी सियासी वार में अब सिंधिया भी कूद पड़े हैं.

  • #WATCH | Delhi: Rahul Gandhi & Congress Party have started to make their personal fight a fight for democracy…they are trying to do everything possible to stay politically relevant…any criticism of this would be less: Jyotiraditya Scindia, Union Minister pic.twitter.com/LDQwTSsRyn

    — ANI (@ANI) April 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिंधिया ने की राहुल गाधी पर तल्ख टिप्पणी : सिंधिया ने पहली बार राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया. आरोप लगाया कि कांग्रेस देश के खिलाफ काम करने वालों की विचारधारा पर चल रही है. उन्होंने मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी के पक्ष में खड़ी हुई कांग्रेस पर हमला किया. सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने न्यायपालिका पर दबाव डालने और प्रासंगिक बने रहने के लिए हरसंभव प्रयास किया है. सिंधिया ने कहा, "इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है, हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है और हमारे सैनिकों को चीन द्वारा पीटे जाने की बात कही है।"

कांग्रेस ने कविता के माध्यम से किया हमला : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा "देशद्रोही" शब्द के साथ कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर किए गए हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सिंधिया को याद दिलाया कि वह उस परिवार से हैं जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई के दौरान देश के साथ गद्दारी की. ग्वालियर के पूर्व राजघरानों के इतिहास को पूरा देश जानता है. जयराम रमेश ने हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की एक कविता का हवाला दिया, जिसमें 19वीं सदी की रानी झांसी की रानी की प्रशंसा की गई थी. जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. कविता में सिंधिया परिवार, ग्वालियर के शासकों को अंग्रेजों के सहयोगी के रूप में भी उल्लेख किया गया है. जयराम रमेश ने कहा "क्या वह झाँसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता भूल गए हैं?" इसके साथ ही लिखा "अंग्रेजों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी, बुंदेले हरबोलो के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।"

  • कविताएँ कम और इतिहास ज़्यादा पढ़ें।

    “Thus they (Marathas) had practically inherited the Delhi Empire. The Marathas remained to challenge British supremacy. But the Maratha power went to pieces after the death of Mahadji Scindia”

    - Nehru in his book ‘Glimpses of World History’

    — Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिंधिया बोले- जयराम रमेश पहले इतिहास पढ़ें : बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 1947 तक ग्वालियर पर शासन करने वाले सिंधिया राजवंश से संबंधित हैं. जयराम रमेश के ट्वीट पर और आक्रामक होते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा "कविता से अधिक इतिहास पढ़ें". सिंधिया ने जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक "ग्लिम्प्स ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री" के अंशों का हवाला दिया, जिसमें मराठों की भूमिका की प्रशंसा की गई थी. इसमें कहा गया है कि एक शक्तिशाली हिंदू योद्धा कबीले जिसमें सिंधिया भी शामिल थे, भारत में ब्रिटिश वर्चस्व को चुनौती देने में. सिंधिया ने ट्वीट किया "इस प्रकार वे (मराठा) व्यावहारिक रूप से दिल्ली साम्राज्य को विरासत में मिला था. मराठा ब्रिटिश वर्चस्व को चुनौती देने के लिए बने रहे. लेकिन महादजी सिंधिया की मृत्यु के बाद मराठा शक्ति टुकड़े-टुकड़े हो गई।"

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मध्यप्रदेश की सियासत भी गर्म : इस मामले में मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि जयराम जी आप कहां चले गए थे, जब सिंधिया कांग्रेस में थे. तब आपको सुभद्रा जी की कविता याद नहीं आई, तब तो आप सिंधिया जी की तारीफों के पुल बांधते थे. जब वह कांग्रेस में थे. और दूसरी बात सिंधिया ने जयराम रमेश को आईना दिखा दिया है कि पहले वह इतिहास अच्छी तरह से पढ़ लें. वहीं, कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई स्वतंत्रता आंदोलन की वह नायिका थीं, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने न टेकने के अपने संकल्प के साथ गद्दारों के हाथों अपना बलिदान देना उचित समझा. लेकिन लक्ष्मीबाई की समाधि अब सिर झुकाने से पुराने पाप नहीं धुलने वाले. इस परिवार ने जो किया, उसे देश की जनता कभी नहीं भुला सकती. इतिहास गवाह है कि लक्ष्मीबाई की हत्या से लेकर अंग्रेजी हुकूमत का झंडाबरदार आखिर कौन था.

सिंधिया पर हमले और तेज होंगे : वहीं, वरिष्ठ पत्रकार केडी शर्मा कहते हैं कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में अपनी बेहतर जगह बना चुके ज्योदिरादित्य सिंधिया विपक्ष के हमेशा निशाने पर रहेंगे और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, उन पर कांग्रेस के हमले और तेज होंगे. इतिहास के पन्नों पर न भी जाएं तो सिंधिया घराने को रानी लक्ष्मीबाई को लेकर हमेशा कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की जाती रही. पहले यह काम बीजेपी करती थी और दलबदल के बाद यह कांग्रेस कर रही है. हालांकि बीजेपी में आने के बाद वे पहली बार रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस नेता इसे लोगों को आसानी से भूलने नहीं देगी.

Last Updated : Apr 6, 2023, 4:58 PM IST

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