नई दिल्ली: भारत की यात्रा पर आये को श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस कठिन समय में श्रीलंका को भारत द्वारा प्रदान की गई सभी सहायता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. भारत ने पिछले महीने श्रीलंका को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद में मदद करने के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की थी. श्रीलंका वर्तमान में एक गंभीर विदेशी मुद्रा और ऊर्जा संकट से जूझ रहा है.
श्रीलंका के उच्चायोग (Sri Lankan High Commission) ने एक बयान में कहा कि जब श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने आज अपराह्न में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि भारत हमेशा एक करीबी मित्र पड़ोसी श्रीलंका के साथ खड़ा रहेगा. उसने कहा कि मोदी और राजपक्षे ने कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और मत्स्य पालन के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की.
उच्चायोग (Sri Lankan High Commission) ने कहा कि दोनों नेताओं ने इस बात पर भी सहमति जतायी कि श्रीलंका में अक्षय ऊर्जा के विकास में सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी है और इसे पूरे जोश के साथ आगे बढ़ाया जाना चाहिए. उच्चायोग ने यह भी कहा कि मोदी और राजपक्षे ने मत्स्य पालन के मुद्दे पर व्यापक चर्चा की और इसके जटिल और बहुआयामी पहलुओं को पहचाना.
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श्रीलंकाई उच्चायोग (Sri Lankan High Commission) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मंत्री राजपक्षे ने दोनों देशों के बीच मत्स्य पालन के मुद्दे पर व्यापक चर्चा की और मछुआरों के मानवीय व्यवहार, आजीविका, प्रवर्तन, समुद्र की पारिस्थितिकी, गिरफ्तार मछुआरों और उनकी नौकाओं की शीघ्र रिहायी सहित इसके जटिल और बहुआयामी पहलुओं आदि की पहचान की.