नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच आज से बूस्टर डोज (Booster Dose) लगाई जाएगी. वैक्सीनेशन अभियान के लिए ये बड़ा दिन माना जा रहा है. 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग बूस्टर डोज (Booster Dose) लगवा सकेंगे.
वहीं, हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बूस्टर डोज आज से लगाई जानी है. देश में हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या तकरीबन 1 करोड़ है, जिसमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं. वहीं, फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है. इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक को-विन एप पर बूस्टर डोज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुक्रवार (8 जनवरी) से शुरू हुआ था. सभी एचसीडब्ल्यू, एफएलडब्ल्यू और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक इस डोज के लिए टीकाकरण तक पहुंच सकेंगे. बूस्टर डोज की खुराक केवल 9 महीने के बाद ली जा सकती है, यानी दूसरी खुराक लेने की तारीख से 39 सप्ताह बाद.
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फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर्स के अलावा बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज (Booster Dose) लगेगी. आपके घर पर कोई बुजुर्गं है तो आपके लिए इन नियमों को जानना जरूरी है. देश में 60+ लोगों की आबादी करीब 12 करोड़ है. 60 से ज्यादा उम्र के बीमार बुजुर्गों को बूस्टर डोज (Booster Dose) लगाई जाएगी. बीमारी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हालांकि अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही बूस्टर डोज लेने को कहा गया है. दूसरी डोज लेने के 9 महीने बाद बूस्टर डोज लग सकती है.