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हिजाब विवाद पर बोलीं प्रियंका गांधी, बिकनी, घूंघट, जींस या हिजाब, महिलाओं को है कपड़े चुनने का अधिकार - Hijab Controversy

कर्नाटक का हिजाब विवाद अब चुनावी रंग में पूरी तरह से रंग चुका है. जनवरी से शुरू हुए विवाद जब फरवरी में गरमाया तो कई सामाजिक और राजनीतिक शख्सियतों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की. नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसूफजई के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब विवाद पर ट्वीट किया है.

Hijab Controversy
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Published : Feb 9, 2022, 11:03 AM IST

नई दिल्ली : कर्नाटक का हिजाब विवाद में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसूफजई के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा है कि 'चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस की जोड़ी हो या हिजाब, यह तय करना एक महिला का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती हैं. यह अधिकार की गारंटी उन्हें भारतीय संविधान में दी गई है. महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो'. #ladkihoonladsaktihoon

  • Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman’s right to decide what she wants to wear.

    This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon

    — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि कर्नाटक में हिजाब विवाद पहली बार जनवरी में तब सामने आया था, जब उडुपी जिले के महिला सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की 6 मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए कक्षाओं में जाने से रोक दिया गया. इसके बाद 5 फरवरी को कर्नाटक सरकार ने आदेश जारी किया था कि छात्र-छात्राओं को कॉलेज विकास समिति या महाविद्यालयों के प्रशासनिक बोर्ड की अपीलीय समिति द्वारा निर्धारित की गई पोशाक पहननी होगी. इस पर कई मुस्लिम छात्राओं ने अपना संवैधानिक हक बताते हुए हिजाब पहनकर कॉलेज आना जारी रखा. इसके जवाब में हिंदू संगठनों से जुड़े छात्र भगवा स्कार्फ लेकर कॉलेज आने लगे. इसके बाद राज्य के कई कॉलेजों में हिजाब बनाम भगवा का विवाद गहरा गया. उडुपी जिले के मणिपाल स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज में मंगलवार को उस समय तनाव काफी बढ़ गया, जब भगवा शॉल ओढ़े विद्यार्थियों और हिजाब पहनी छात्राओं के दो समूहों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की.

इस विवाद के कारण कर्नाटक में तीन दिनों तक स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने दिन में सरकार से स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित करने का आग्रह किया था. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छात्राओं का समर्थन किया था. उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं ने हिंदुत्व की भीड़ के अत्यधिक उकसावे के बावजूद काफी साहस का प्रदर्शन किया है.

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले ध्रुवीकरण करने की कोशिश की जा रही है. नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत आम बात हो गई है और अब विविधता का सम्मान नही रह गया है.

उधर, हिजाब पर प्रतिबंध के समर्थन में बीजेपी शासित राज्य मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री उतर आए. मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हिजाब ड्रेस का हिस्सा नहीं है, इसलिए इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के स्कूलों में 'ड्रेस कोड' लागू किया जाएगा, ताकि सभी स्कूली विद्यार्थियों में समानता की भावना सुनिश्चित की जा सके.

पढ़ें : कर्नाटक हिजाब विवाद में कूदीं नोबेल प्राइज विजेता मलाला युसूफजई, लिखा..यह भयावह है

नई दिल्ली : कर्नाटक का हिजाब विवाद में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसूफजई के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा है कि 'चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस की जोड़ी हो या हिजाब, यह तय करना एक महिला का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती हैं. यह अधिकार की गारंटी उन्हें भारतीय संविधान में दी गई है. महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो'. #ladkihoonladsaktihoon

  • Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman’s right to decide what she wants to wear.

    This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon

    — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि कर्नाटक में हिजाब विवाद पहली बार जनवरी में तब सामने आया था, जब उडुपी जिले के महिला सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की 6 मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए कक्षाओं में जाने से रोक दिया गया. इसके बाद 5 फरवरी को कर्नाटक सरकार ने आदेश जारी किया था कि छात्र-छात्राओं को कॉलेज विकास समिति या महाविद्यालयों के प्रशासनिक बोर्ड की अपीलीय समिति द्वारा निर्धारित की गई पोशाक पहननी होगी. इस पर कई मुस्लिम छात्राओं ने अपना संवैधानिक हक बताते हुए हिजाब पहनकर कॉलेज आना जारी रखा. इसके जवाब में हिंदू संगठनों से जुड़े छात्र भगवा स्कार्फ लेकर कॉलेज आने लगे. इसके बाद राज्य के कई कॉलेजों में हिजाब बनाम भगवा का विवाद गहरा गया. उडुपी जिले के मणिपाल स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज में मंगलवार को उस समय तनाव काफी बढ़ गया, जब भगवा शॉल ओढ़े विद्यार्थियों और हिजाब पहनी छात्राओं के दो समूहों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की.

इस विवाद के कारण कर्नाटक में तीन दिनों तक स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने दिन में सरकार से स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित करने का आग्रह किया था. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छात्राओं का समर्थन किया था. उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं ने हिंदुत्व की भीड़ के अत्यधिक उकसावे के बावजूद काफी साहस का प्रदर्शन किया है.

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले ध्रुवीकरण करने की कोशिश की जा रही है. नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत आम बात हो गई है और अब विविधता का सम्मान नही रह गया है.

उधर, हिजाब पर प्रतिबंध के समर्थन में बीजेपी शासित राज्य मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री उतर आए. मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हिजाब ड्रेस का हिस्सा नहीं है, इसलिए इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के स्कूलों में 'ड्रेस कोड' लागू किया जाएगा, ताकि सभी स्कूली विद्यार्थियों में समानता की भावना सुनिश्चित की जा सके.

पढ़ें : कर्नाटक हिजाब विवाद में कूदीं नोबेल प्राइज विजेता मलाला युसूफजई, लिखा..यह भयावह है

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