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haridwar dharma sansad hate speech : जांच के लिए पांच सदस्यीय SIT का गठन - Dharma Sansad Hate Speech Case

हरिद्वार धर्म संसद में कथित भड़काऊ भाषण (Dharma Sansad Hate Speech Case) मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

dharma sansad hate speech
धर्म संसद हेट स्पीच
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Published : Jan 2, 2022, 11:53 AM IST

Updated : Jan 2, 2022, 12:26 PM IST

देहरादून: हरिद्वार धर्म संसद में कथित भड़काऊ भाषण (Dharma Sansad Hate Speech Case) मामले में पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. इस मामले की जांच के लिए एसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है. डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल (DIG Garhwal Karan Singh nagnyal) का कहना है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

बीते दिनों हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसका एक वीडियो काफी वायरल हुआ था. वीडियो में कुछ साधु-संतों ने भड़काऊ भाषण दिया (Haridwar Hate Speech) था. जिसके बाद हरिद्वार नगर कोतवाली में गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी), महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम केस दर्ज किया था. जिसके बाद पुलिस ने वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया था.

बीते दिन एसपी सिटी शेखर सुयाल ने बताया कि 23 दिसंबर को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) के खिलाफ हेट स्पीच को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद 25 दिसंबर को इसमें दो और लोगों महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम जोड़े गए थे. वहीं, वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर दो अन्य सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि के नाम भी एफआईआर में जोड़े गए.

पढ़ें :- Haridwar Dharam Sansad: दो और संतों के नाम FIR में जोड़े गए

वहीं धर्म संसद में विवादित बयान और वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीते रोज मुस्लिम संगठन ने पुलिस मुख्यालय कूच किया. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका था. जिसके बाद लोगों ने वहीं बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस महानिदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग की है.

देहरादून: हरिद्वार धर्म संसद में कथित भड़काऊ भाषण (Dharma Sansad Hate Speech Case) मामले में पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. इस मामले की जांच के लिए एसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है. डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल (DIG Garhwal Karan Singh nagnyal) का कहना है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

बीते दिनों हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसका एक वीडियो काफी वायरल हुआ था. वीडियो में कुछ साधु-संतों ने भड़काऊ भाषण दिया (Haridwar Hate Speech) था. जिसके बाद हरिद्वार नगर कोतवाली में गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी), महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम केस दर्ज किया था. जिसके बाद पुलिस ने वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया था.

बीते दिन एसपी सिटी शेखर सुयाल ने बताया कि 23 दिसंबर को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) के खिलाफ हेट स्पीच को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद 25 दिसंबर को इसमें दो और लोगों महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम जोड़े गए थे. वहीं, वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर दो अन्य सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि के नाम भी एफआईआर में जोड़े गए.

पढ़ें :- Haridwar Dharam Sansad: दो और संतों के नाम FIR में जोड़े गए

वहीं धर्म संसद में विवादित बयान और वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीते रोज मुस्लिम संगठन ने पुलिस मुख्यालय कूच किया. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका था. जिसके बाद लोगों ने वहीं बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस महानिदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग की है.

Last Updated : Jan 2, 2022, 12:26 PM IST
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