नई दिल्ली/ जयपुर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि देश में कांग्रेस आज भी सबसे विश्वसनीय विपक्षी दल है और इसलिए इसमें सुधार तथा नई जान फूंकना जरूरी है. उन्होंने देश में विभिन्न दलों के विधायकों की संख्या वाला एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, 'यही वजह है कि कांग्रेस सबसे विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्षी पार्टी बनी हुई है. इसीलिए सुधार और नयी जान फूंकनी जरूरी है.' थरूर ने यह टिप्पणी हालिया विधानसभा चुनावों में हार को लेकर कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से ठीक पहले कही.
हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं. जी-23 एक बार फिर सक्रिय हो गया है. इसलिए चुनाव परिणाम पर मंथन करने के लिए रविवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाई गई थी.
वहीं, आज दिन में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival) में पहुंचे जी-23 के सदस्य शशि थरूर ने कहा कि दो साल पहले कुछ साथी पार्टी को एक्टिव करने के लिए आगे आए थे, लेकिन कोई खास बदलाव नहीं कर सके. हालांकि उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक से पहले इशारा किया है कि आज कांग्रेस की ओर से कोई बड़ा फैसला आ सकता है. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि उत्तराखंड और गोवा में जीत हो सकती थी, लेकिन क्यों नतीजे उल्टे हुए इस पर मंथन किया जा रहा है.
उन्होंने जी-23 को लेकर कहा कि इस समूह में शामिल कांग्रेस के नेता चाहते थे कि पार्टी अच्छी और फिर से मजबूत हो जाए, ज्यादा एक्टिव हो जाए. रिवाइज करने का कोई उपाय निकाला जाए लेकिन इस बात को दो साल हो चुके हैं और अब तक कोई ज्यादा बदलाव हो नहीं पाए हैं. इसलिए कह रहे हैं कि कुछ प्रोग्रेस होनी चाहिए, कुछ बदलाव होने चाहिए. संभव है आज वर्किंग कमिटी की मीटिंग में इन सभी विषयों पर चर्चा होगी ताकि कोई निष्कर्ष निकले.
यूपी चुनाव पर ये कहा...
यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम पर थरूर ने कहा कि बहुत से लोगों ने सोचा नहीं होगा कि भाजपा बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. कैसे बनी इस पर मंथन किया जा रहा है, लेकिन ये भी मानना चाहिए कि समाजवादी पार्टी का वोट बहुत बढ़ गया. इससे विधानसभा में एक मजबूत विपक्ष भी रहेगा. उन्होंने मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर पार्टी को मोटिवेट करने के सवाल पर कहा कि वह एक देश प्रेमी हैं और भारत को अच्छे नजरिए से महान देखना चाहते हैं. बड़ी छाती या मसल्स के नजरिए से नहीं. एजुकेशन और बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए अभी भी संघर्ष करने के लिए तैयार हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर थरूर ने कहा कि वह जबरदस्त और डायनमिक व्यक्ति हैं. उन्होंने बहुत कुछ ऐसा किया है जो राजनीतिक नजरिए से काफी इंप्रेसिव है, लेकिन उनका एक नकारात्मक पहलू ये है कि उनकी कार्यशैली अपने देश को जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर बांटने का काम करती है. ये समाज के लिए विष है. ये उनके अकेले का नहीं बल्कि उनके पार्टी और परिवार का काम है. उनके नजरिए में सिर्फ जय श्रीराम बोलने वाला ही हिंदू. जब किसी के विश्वास को लेकर सवाल उठाए जाते हैं, तो वह गलत है. यही देश में चिंता का विषय भी है.
पांच राज्यों के चुनावी परिणाम को लेकर उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में ज्यादातर लोग मान रहे थे कि नजदीकी मुकाबला होगा. हालांकि ऐसा देखने को नहीं मिला. आखिर में उन्होंने कहा कि देश की जनता हमेशा से अचंभित करने का माद्दा रखती आई है, एक दिन बीजेपी को भी करेगी. फिलहाल उन्होंने बीजेपी को वो दिया है जो वो चाहती थी. वो ये नहीं कह सकते कि किसी भी साथी के राजनीतिक दल छोड़ने से इसकी भरपाई हो सकती है.