श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के जंगल से बाहर निकल कर चीता ओवान पास के ही गांव के एक रिहायशी इलाके में पहुंच गया था. जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो गांव के सभी लोग लाठी-डंडे लेकर एकत्रित हुए और इसकी सूचना वन विभाग को दी. चीते को पकड़ने के रेस्क्यू शुरू किया गया. फॉरेस्ट विभाग की टीम की मदद से ओवान चीता वापस कूनो नेशनल पार्क के जंगल में लौट आया है.
कूनो के जंगल से भागा नाबिमिया से आया चीता ओवान: बताया जा रहा है कि कूनो अभ्यारण से बाहर निकल कर विजयपुर तहसील के गोलीपुरा और झार बड़ौदा गांव की जंगलों के पास आ गया था, सूचना के बाद वन विभाग की टीम और वाइल्ड लाइफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी और चीता का रेस्क्यू शुरू हो गया था. बता दें कि कूनो के जंगल से भागा नाबिमिया से आया चीता ओवान था.
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वन विभाग ने की थी जल्द सुरक्षित पकड़ने की बात: मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण में नाबिमिया से आया ओवान नाम का चीता अभ्यारण से बाहर निकलकर रिहायशी इलाके में पहुंचा, तो पहले तो ग्रामीण इसे देखकर डर गए फिर बाद में सभी ने सुरक्षा की दृष्टि से अपने हाथों में लाठी-डंडे ले लिए और इसकी सूचना वन विभाग को दी. इधर जब वन विभाग सूचना लगी कि कूनो अभ्यारण एक चीता बाहर निकल कर रहे रिहायशी इलाकों में पहुंच गया है तो उनके होश उड़ गए थे. इसके बाद आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारी, फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. बाद में वाइल्ड लाइफ की टीम भी मौके पर पहुंची तो देखा कि चीता ओवान खेत में बैठा हुआ था. वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू शुरु किया और चीता ओवान को सुरक्षित पकड़ लेने की बात कही थी.