भोपाल। गजब एमपी के नेताओं के अंदाज भी अजब. एमपी के विधानसभा चुनाव में अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचे नेताओं के चुनावी स्टंट देखकर आप भी कहेंगे ये नेता अभिनेता से कम तो नहीं. एमपी में नॉमिनेशन दाखिल करने पहुंचे नेताओं में कार में सवार एक नेताजी ने आज खास नॉमिनेशन के लिए स्कूटी की सवारी की. एक नेताजी घर से दही शगुन का टोटका करके निकले कि नॉमिनेशन उन्हें जीत के दरवाजे तक ले जाए. कोई गधे पर सवार हुआ तो कोई बैलगाड़ी हांकते कलेक्ट्रेट पहुंचा. कहीं उम्मीदवार के नामांकन में मध्य प्रदेश की सियासत में प्रभावी एक परिवार की तीन पीढ़ियां साथ दिखाई दी.
स्कूटी पर उम्मीदवार..इस सादगी पर वोटर होंगे क्या फिदा: भोपाल में पूर्व मंत्री और नरेला सीट से बीजेपी के उम्मीदवार विश्वास सारंग बीते पांच साल में गिनती के मौके पर टू व्हीलर की सवारी की होगी. लेकिन चुनाव के समय ही तो नेता जमीन पर आते हैं. जनता को ये बताते हैं कि वो कितने जमीनी हैं, तो नेताजी अपना नामांकन फाईल करने कार का काफिला छोड़कर स्कूटी से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. भोपाल की गोविंदपुरा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार कृष्णा गौर पहुंची तो कार से ही, लेकिन बिना लाव लश्कर के. गिनती के कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने अपना नॉमिनेशन फाईल किया.
राजधानी भोपाल की हुजूर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रामेश्वर शर्मा नामांकन दाखिल करने के पहले ही जीत के टोटके और भगवान की मनौती की. घर से शुभकार्य के लिए दही खाकर निकले रामेश्वर ने हनुमान मंदिर में दण्डवत प्रणाम किया. हिंदुत्व की राजनीति करने वाले रामेश्वर शर्मा ने इस खास दिन के लिए खास गैटअप भी रखा था.
कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव जीतने से पहले हूटर: भोपाल की गोविंदपुरा सीट से उम्मीदवार रवीन्द्र साहू झूमर वाला हूटर लगी गाड़ी से नामांकन दाखिल करने पहुंचे. कुछ अलग दिखाना था तो झूमर तो सजा नहीं सकते थे, नेताजी ने हूटर लगा लिया. हालांकि जब मीडिया ने इस बारे में पूछा तो कुछ झुंझला कर नेताजी का जवाब आया कि नेताजी ने पहले हूटर लगाने की परमीशन ली है, फिर हूटर बजाते नामांकन दाखिल करने निकले हैं.
एक नामांकन ऐसा भी...राजनीतिक परिवार की तीन पीढ़ियां: राघौगढ़ सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार जयवर्धन सिंह जब नामांकन के लिए पहुंचे, तो उनके साथ उनके पिता दिग्विजय सिंह और उनका पोता सहस्त्रजय सिंह भी मौजूद रहे. नामांकन के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे परिवार की तीन पीढियां एक फ्रेम में दिखाई दे रही थी. जिसमें परिवार के दो सदस्य प्रदेश की राजनीति में फिलहाल कांग्रेस के कर्णधार हैं और एक भविष्य. बताया जाता है.
नामांकन भरने कहीं गधे की सवारी...कोई बैलगाड़ी का सवार: बुरहानपुर में नामांकन के दौरान सबसे ज्यादा स्टंट दिखाई दिए. बीजेपी की उम्मीदवार अर्चना चिटनिस ने बेशक सादगी से चंद कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया, लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह ठाकुर शेरा ने तो सीन ही बना दिया. शेरा बैलगाड़ी पर सवार होकर नामांकन दाखिल करने पहुंचे. निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रियंक सिंह तो दो कदम आगे बढ़कर गधे पर सवार हो गए. गधे पर सवार होकर प्रियंक कलेक्टर ऑफिस तक पहुंचे. जबकि दिवंगत बीजेपी नेता नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष सिंह ने बीजेपी से बगावत के बाद सादगी से ही अपना निर्दलीय पर्चा दाखिल किया.
नॉमिनेशन में फैमिली फर्स्ट: कटनी की विजयराघौगढ़ सीट से बीजेपी के टिकट पर उम्मीदवारी कर रहे संजय पाठक साधु संतों का आशीर्वाद लने के बाद सपत्निक नामांकन दाखिल करने पहुंचे. चुनाव में उम्मीदवारों के लिए पार्टी फर्स्ट तो खैर होती है, लेकिन संजय पाठक ने संतों के आशीर्वाद के बाद पत्नि के साथ नामांकन दाखिल किया. यानि फैमिली फर्स्ट.