छिंदवाड़ा। हाथों में मेहंदी लगाए बैठी दुल्हन की शादी में महज 24 घंटे बाकी थे. मगर होनी को कोई नहीं टाल सकता. इससे पहले कि लाडली की मायके से डोली उठती, उससे पहले ही मौत उठाकर ले गई. दुल्हन मेघा की 20 मई को शादी थी, लेकिन डोली की जगह घर से अर्थी उठी. घर में शादी के जश्न का माहौल अचानक मातम में बदल गया. घटना छिंदवाड़ा की है.
मातम में बदला खुशी का माहौलः छिंदवाड़ा के शहनाई बारात घर में महाराष्ट्र के पुणे से आई बारात रुकी थी. दुल्हन के घर में भी शादी का माहौल था. इस दौरान दुल्हन और दुल्हन के पिता बारातियों के खाने पीने के लिए बनाए गए गुपचुप (गोलगप्पे) का स्वाद चख रहे थे. इसी दौरान दुल्हन को ठसकी (तेज खांसी) आ गई.
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खांसी से हो गई मौतः दुल्हन को सांस लेने में तकलीफ होने लगी, तेज-तेज खांसी का दौर शुरू हो गया. आनन-फानन में पानी पिलाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने लगी. परिजन दुल्हन को तुरंत हॉस्पिटल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पिता प्रमोद महादेव काले जो बिटिया को विदा कर पुणे भेजने के बंदोबस्त में जुटे थे, उन्हें मेघा की अर्थी सजानी पड़ी और मुखाग्नि देनी पड़ी.