शिमला : हिमाचल प्रदेश में अटल सुरंग देखने रविवार को बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे. चंडीगढ़ से आए अभिषेक मलिक समेत कई पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सुरंग के पास सेल्फी लेते देखा गया.
दस हजार फुट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित यह विश्व की सबसे लंबी सुरंग है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनता के लिए खोले जाने के एक दिन बाद यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गई है.
हिमाचल प्रदेश में स्थित नौ किलोमीटर लंबी यह सुरंग लाहौल-स्पीति जिले के लाहौल और कुल्लू जिले के मनाली को जोड़ती है.
मलिक ने कहा कि शनिवार को जब प्रधानमंत्री मोदी सुरंग राष्ट्र को समर्पित कर रहे थे तब वह मनाली में थे. उन्होंने कहा यह सुरंग इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना है.
सिस्सू गांव पंचायत की प्रमुख सुमन कई ग्रामीणों के साथ सुरंग देखने गईं.
सुरंग का उत्तरी सिरा इसी गांव में खुलता है.
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सुमन ने कहा कि इससे पहले गांव वालों को रोहतांग दर्रे से होते हुए मनाली पहुंचने में लगभग चार घंटे लगते थे. सर्दियों में बर्फ गिरने के कारण लगभग छह महीने तक दर्रे का मार्ग बंद रहता था.
सुमन ने कहा अब सिस्सू से मनाली पहुंचने में लगभग एक घंटा लगता है और यह रास्ता हर मौसम में चालू रहेगा. उन्होंने कहा हमारी नकदी फसलों, मरीजों, छात्रों और क्षेत्र के अन्य लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी होगी.
इस बीच सीमा सड़क संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग, प्रतिदिन सुबह नौ बजे से दस बजे के बीच और शाम में चार बजे से पांच बजे के बीच जनता के लिए बंद रहेगी. सुमन को उम्मीद है कि सुरंग खुलने के बाद लाहौल में पर्यटन बढ़ेगा.
हालांकि, उन्होंने आगंतुकों से इस क्षेत्र में लापरवाही से वाहन नहीं चलाने का आग्रह किया. शनिवार को सुरंग खुलने के बाद से तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने की कई घटनाएं सामने आई हैं.
(पीटीआई भाषा)