नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. देश में ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगाए जाने के बीच पीएम मोदी ने नशे की इस लत के दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए चेतावनी दी है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से यह बेहद हानिकारक है. पीएम ने एकल उपयोग प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने में पूर्ण सहयोग की भी अपील की.
मोदी ने आगामी त्यौहारों की अग्रिम बधाई देने के साथ ही देशवासियों से अपील की कि वे जरूरतमंदों के साथ त्यौहारों की खुशी बांटें. उन्होंने कहा कि अंधेरे घरों में रौशनी फैलाने में ही त्यौहार की असली खुशी है.
बिंदूवार देखें प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में क्या कहा:
- आपको जानकर खुशी होगी कि भारत ने Travel & Tourism Competitive Index में बहुत सुधार किया है. आज हमारी रैंक 34 है जो 5 साल पहले 65 थी.अगर हमने और कोशिश की तो आजादी के 75 साल आते-आते हम टूरिज्म में दुनिया के प्रमुख स्थानों में अपनी जगह बन लेंगे
- 5 अगस्त को मैंने लाल किले से कहा था कि 2022 तक आप भारत के 15 स्थानों पर जाएं. कम से कम 15 स्थान और वो भी हो सके तो एक रात, दो रात रुकने का कार्यक्रम बनाएं. आप हिंदुस्तान को देखें, समझें, अनुभव करें.
- आज जब हम गांधी 150 मना रहे हैं, तो इसके साथ ही 130 करोड़ देशवासियों ने सिंगल यूज प्लॉस्टिक से मुक्त होने का संकल्प लिया है. मुझे विश्वास है, आप सब 2 अक्टूबर को single use plastic से मुक्ति के लिए होने वाले अभियान का हिस्सा बनने वाले ही होंगे.
- युवा पीढ़ी देश का भविष्य है. e-cigarette पर प्रतिबन्ध लगाया गया है ताकि नशे का यह नया तरीका हमारे युवा देश को तबाह न कर दे.
- हाल ही में भारत में e-cigarette पर प्रतिबंध लगया गया. e-cigarette के बारे में गलत धारणा पैदा की गई है कि इससे कोई खतरा नहीं है. सामान्य cigarette से अलग e-cigarette में निकोटिन युक्त तरल पदार्थ को गर्म करने से एक प्रकार का केमिकल युक्त धुंआ बनता है.
- हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है -
विद्या विनय उपेता हरति
न चेतांसी कस्य मनुज्स्य.
मणि कांचन संयोग:
जनयति लोकस्य लोचन आनन्दम.
यानी, जब किसी व्यक्ति में योग्यता और विनम्रता एक साथ समाहित हो जाए, तो वो फिर किसका दिल जीत सकता है
- हम बेटियों की उपलब्धियों के बारे में सोशल मीडिया में अधिक से अधिक शेयर करें और #BharatKiLaxmi हैशटैग यूज करें.
- हमारे बीच कई ऐसी बेटियां होंगी जा अपनी मेहनत और लगन से, टैलेंट से परिवार, समाज और देश का नाम रोशन कर रही होंगी. क्या इस दिवाली पर भारत की इस लक्ष्मी के सम्मान के कार्यक्रम हम कर सकते हैं?
- दीपावली में सौभाग्य और समृद्धि के रूप में, लक्ष्मी का घर-घर आगमन होता है. हमारी संस्कृति में बेटियों को लक्ष्मी माना गया है, क्योंकि बेटी सौभाग्य और समृद्धि लाती है. क्या इस बार हम अपने समाज, गांव, शहरों में बेटियों के सम्मान के कार्यक्रम रख सकते हैं?
- क्या इस बार, त्योहारों के इस सीजन में, पूरी जागरूकता और संकल्प के साथ इस चिराग तले अंधेरे को मिटा सकते हैं? कई गरीब परिवारों के चेहरे पर आई मुस्कान, त्यौहार पर आपकी खुशियां दो-गुना कर देगी, आपकी दिवाली और रोशन हो जायेगी.
- त्यौहारों का असली आनंद तभी है, जब यह अंधेरा छठे, उजियारा फैले. हम वहां की खुशियां बांटे जहां अभाव है और ये हमारा स्वभाव भी हो. कम से कम हमारे घरों में जो अधिकता में है, ऐसी चीजों को जरूरत मंदों को जरूर दें
- एक तरफ कुछ घर रोशनी से जगमगाते हैं, वहीं दूसरी तरफ, उसी के सामने कुछ लोगों के घरों में अंधेरा छाया होता है. कुछ घरों में मिठाइयां खराब हो रही होती हैं तो कुछ घरों में बच्चे मिठाई को तरसते हैं.
- ये कहावत एक शब्द नहीं है, हम लोगों के लिए एक आदेश है, एक दर्शन है.
- त्यौहारों में घर खुशियों से भरे होंगे, लेकिन आपने देखा होगा कि हमारे आस-पास भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो इन त्यौहारों की खुशियों से वंचित रह जाते हैं और इसी को तो कहते हैं - 'चिराग तले अंधेरा'.
- हम सभी नवरात्रि महोत्सव, गरबा, दुर्गापूजा, दशहरा, दीवाली, भैया-दूज, छठ पूजा, अनगिनत त्यौहार मनाएंगे. आप सभी को आने वाले त्यौहारों की ढेर सारी शुभकानाएं.
- मन की बात में देश की महान शख्सियत की बात करूंगा. हम सभी हिंदुस्तान वासियों को उनके प्रति बहुत सम्मान है और लगाव है. वो उम्र में हम सभी से बहुत बड़ी हैं, हम उन्हें लता दीदी कहते हैं. लता दीदी 28 सितंबर को 90 वर्ष की हो रही हैं