मुंबई : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार शाम राज्य में सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने के लिये अपनी इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा. इससे सरकार बनाने को लेकर पिछले 15 दिनों से चल रहे गतिरोध के खत्म होने की उम्मीद बनी है.
भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि पार्टी की कोर कमेटी रविवार को बैठक करेगी और भविष्य के कदम पर फैसला करेगी.
सूत्रों ने बताया कि इससे पहले दिन में एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोनी राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी से मिले.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार मध्यरात्रि को समाप्त हो रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया, 'हमें राज्यपाल से पत्र मिला है .' उन्होंने कहा, 'हमारी कोर कमेटी कल बैठक करेगी और आगे के कदमों पर चर्चा करेगी.'
राजभवन के बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने भाजपा विधायक दल के नेता फडणवीस को सरकार बनाने के लिये अपनी पार्टी की इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है.
बयान में कहा गया, 'महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव 21 अक्टूबर को हुआ और परिणाम की घोषणा 24 अक्टूबर को हुई. हालांकि, 15 दिन बीतने के बावजूद कोई भी एक पार्टी या गठबंधन सरकार बनाने के लिए आगे नहीं आयी है.'
इसमें आगे कहा गया है कि चूंकि सरकार बनाने के लिए कोई भी पार्टी आगे नहीं आयी है ऐसे में राज्यपाल ने शनिवार को सरकार के गठन की संभावना का पता लगाने का फैसला किया है और आज सबसे बड़ी पार्टी, भाजपा के निर्वाचित सदस्यों के नेता को इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है.
सीटों का समीकरण
बता दें कि भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकशी काफी तेज हो गयी है. भाजपा 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़ा 145 है.
हाल में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 13 वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो रहा है.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 161 सीटों पर जीत दर्ज की है लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अबतक सरकार का गठन नहीं हुआ है.
इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को संकेत दिए हैं कि अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनने में देरी हो सकती है.
उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करते हुये केंद्र को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिये किसी वैकल्पिक लेकिन प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ भूखंड आबंटित किया जाए.
राउत ने ट्वीट किया, 'पहले मंदिर फिर सरकार!! अयोध्या में मंदिर महाराष्ट्र में सरकार... जय श्रीराम.'
जब राउत से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अगला दो दिन केवल अयोध्या के लिए है. सरकार पर कुछ नहीं.
विपक्षी दलों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने साफ कर दिया है कि जनता ने भाजपा-शिवसेना को स्थायी सरकार बनाने का जनादेश दिया है.
पवार ने शनिवार को कहा, 'हमारी जिम्मेदारी रचनात्मक विपक्ष की है. हम देख रहे हैं कि कब सरकार का गठन होता है.'
वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली में हैं.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)