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NRC सूची के बाद कांग्रेस की अहम बैठक, नागरिकों की सुरक्षा की मांग

असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी कर दी गई है. इस सूची में 19 लाख से अधिक लोगों को अंतिम सूची से बाहर कर दिया गया है. इस बीच कांग्रेस ने एनआरसी को लेकर एक अहम बैठक की. जानें क्या है पूरा मामला....

अधीर रंजन चौधअधिर रंजन चौधरी ( फाइल फोटोरी
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Published : Aug 31, 2019, 5:19 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 11:42 PM IST

नई दिल्ली: असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी कर दी गई है. इस बीच कांग्रेस ने एक अहम बैठक की. पार्टी की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर की गई इस बैठक में एनआरसी की अंतिम सूची पर चर्चा की गई.

अधीर रंजन चौधरी का एनआरसी पर बयान

बैठक के बाद लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एनआरसी की लिस्ट पर किसी भी सही व्यक्ति को बाहर न किया जाए. उन्होंने मांग कि है कि राज्य के सभी लोगों को सुरक्षा दी जाए.

आपको बता दें, इस बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, मुकुल संगमा और प्रद्योत देब बर्मन सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने असम की मौजूदा स्थिति के मुद्दे पर चर्चा की.
पढ़ेंः 19 लाख लोग NRC से बाहर, अपील करने के लिए 4 महीने का समय

गौरतलब है कि एनआरसी के राज्य समन्वयक कार्यालय ने एक बयान में कहा कि 3,30,27,661 लोगों ने एनआरसी में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था. इनमे से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया है.

इस सूची से असंतुष्ट लोग 120 दिन के भीतर विदेशी न्यायाधिकरण का रुख कर सकते हैं. असम सरकार ने पहले कहा था जिन लोगों को एनआरसी सूची में शामिल नहीं किया गया उन्हें किसी भी स्थिति में हिरासत में नहीं लिया जाएगा, जब तक विदेशी न्यायाधिकरण (एफटी) उन्हें विदेशी ना घोषित कर दे.

नई दिल्ली: असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी कर दी गई है. इस बीच कांग्रेस ने एक अहम बैठक की. पार्टी की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर की गई इस बैठक में एनआरसी की अंतिम सूची पर चर्चा की गई.

अधीर रंजन चौधरी का एनआरसी पर बयान

बैठक के बाद लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एनआरसी की लिस्ट पर किसी भी सही व्यक्ति को बाहर न किया जाए. उन्होंने मांग कि है कि राज्य के सभी लोगों को सुरक्षा दी जाए.

आपको बता दें, इस बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, मुकुल संगमा और प्रद्योत देब बर्मन सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने असम की मौजूदा स्थिति के मुद्दे पर चर्चा की.
पढ़ेंः 19 लाख लोग NRC से बाहर, अपील करने के लिए 4 महीने का समय

गौरतलब है कि एनआरसी के राज्य समन्वयक कार्यालय ने एक बयान में कहा कि 3,30,27,661 लोगों ने एनआरसी में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था. इनमे से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया है.

इस सूची से असंतुष्ट लोग 120 दिन के भीतर विदेशी न्यायाधिकरण का रुख कर सकते हैं. असम सरकार ने पहले कहा था जिन लोगों को एनआरसी सूची में शामिल नहीं किया गया उन्हें किसी भी स्थिति में हिरासत में नहीं लिया जाएगा, जब तक विदेशी न्यायाधिकरण (एफटी) उन्हें विदेशी ना घोषित कर दे.

Intro:New Delhi: As the final list of Assam's National Register of Citizens has been released, on Saturday, which intended to identify legal residents, has left out the names of 19 lakh people from the final draft. Congress party holds a meeting to discuss the NRC issue at the residence of Sonia Gandhi.


Body:The delegation of Congress leaders comprising of Ghulam Nabi Azad, Adhir Ranjan Chowdhary, Gaurav Gogoi, Mukul Sangma and Pradyot Deb Barman discussed the issue of current situation in the meeting.

While speaking to the media, Adhir Ranjan Chowdhary said, "We have just two demands, do not remove the names of genuine citizens of India from the NRC list and all those citizens should be kept safe."


Conclusion:Former Chief Minister of Meghalaya, Mukul Sangma said, "The stand of the party has always been clear. We want this whole exercise should be done in such a manner that the interest of the genuine people of the country should be protected under all cost and how the country has been affected by this will be known after the details are being found out individually from all the affected families."

Tripura Pradesh Congress Committee Chief, Pradyot Deb said, "It's a natural Supreme Court process and we want NRC to be implemented where no genuine Indian suffer and the process should not be biased towards any religion, ethnicity and community."
Last Updated : Sep 28, 2019, 11:42 PM IST
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