दार्जीलिंग : पश्चिम बंगाल निकाय चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की आंधी चली. पार्टी ने राज्य के 102 निकायों में बहुमत हासिल कर लिया. इनके बीच सबसे चौंकाने वाला नतीजा दार्जिलिंग से आया, जहां एक नए राजनीतिक दल हाम्रो पार्टी ने पुराने दिग्गजों को पटखनी दे दी.
हाम्रो पार्टी की स्थापना अजय एडवर्ड ने पिछले साल नवंबर में की थी. इस नई पार्टी ने 32 वॉर्ड में से 18 जीतकर दार्जिलिंग नगरपालिका पर कब्जा कर लिया. इस पहाड़ी क्षेत्र में कई स्थानीय दलों जैसे बिमल गुरुंग का गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, अनीत थापा का गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा और मान घीसिंग का गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट भी काफी प्रभावशाली है. इनके बीच हाम्रो पार्टी की जीत को अप्रत्याशित माना जा रहा है. यहां गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा को नौ सीटें मिलीं. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा को तीन सीटों से संतोष करना पड़ा जबकि तृणमूल कांग्रेस के खाते में सिर्फ दो सीटें आईं.
-
In Darjeeling, I'm happy that democracy is revived. We've good relations with the five parties that contested the elections. We'll soon have GTA (Gorkhaland Territorial Administration) election. This landslide victory encouraging us to work more for people: WB CM on civic polls pic.twitter.com/TGWD9hmuvB
— ANI (@ANI) March 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">In Darjeeling, I'm happy that democracy is revived. We've good relations with the five parties that contested the elections. We'll soon have GTA (Gorkhaland Territorial Administration) election. This landslide victory encouraging us to work more for people: WB CM on civic polls pic.twitter.com/TGWD9hmuvB
— ANI (@ANI) March 2, 2022In Darjeeling, I'm happy that democracy is revived. We've good relations with the five parties that contested the elections. We'll soon have GTA (Gorkhaland Territorial Administration) election. This landslide victory encouraging us to work more for people: WB CM on civic polls pic.twitter.com/TGWD9hmuvB
— ANI (@ANI) March 2, 2022
दार्जिलिंग के इस अप्रत्याशित रिजल्ट पर ममता बनर्जी ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि दार्जिलिंग में लोकतंत्र पुनर्जीवित हुआ है. चुनाव लड़ने वाली पांच पार्टियों से हमारे अच्छे संबंध हैं. हम जल्द ही जीटीए (गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन) चुनाव कराएंगे. इस शानदार जीत ने हमें लोगों के लिए और अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
दार्जिलिंग में तृणमूल कांग्रेस के लिए राहत की खबर यह है पिछले निकाय चुनाव में उसे सिर्फ एक वॉर्ड से जीत मिली थी, इस बार दो सीटें मिली हैं और वोट शेयर में 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा इस रिजल्ट से पहाड़ी क्षेत्र में बदलाव का मैसेज भी आया है. कई स्थानीय पार्टियों के उतार-चढ़ाव देखने वाले दार्जिलिंग के लोगों ने कभी पहाड़ी लोगों के प्रतीक रहे बिमल गुरुंग को ही खारिज कर दिया है. बिनय तमांग और अनीत थापा का भी यही हाल था, जिन्होंने बिमल गुरुंग से नाता तोड़कर तृणमूल कांग्रेस का साथ दिया था.
बता दें कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल नगरपालिका चुनावों में 108 नगरपालिकाओं में से 102 पर जीत दर्ज की है. टीएमसी की ओर से जीते गए 31 नगर निकायों में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो गया. वहां दूसरे दल के एक भी सदस्य नहीं जीते. समाचार लिखे जाने तक तृणमूल कांग्रेस ने कुल 2,171 सीटों में से 1,317 सीटें जीत चुकी थी और 337 अन्य सीटों पर आगे चल रही थी. निकाय चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 107 सीटों पर बाजी मारी. भाजपा को 57, कांग्रेस को 51 और माकपा ने 34 सीटों पर जीत हासिल की है.
इस बार नगर निकाय चुनावों के दौरान 77 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. भाजपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर वोटरों को कथित रूप से डराने-धमकाने और हमला करने का आरोप लगाया था.
पढ़ें : ओडिशा पंचायत चुनाव बीजेडी की बंपर जीत, 851 जिला परिषद क्षेत्रों में से 766 पर किया कब्जा