कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार राज्य में 500 साल पुराने पुर्तगाल के बंडेल चीज को लुप्त होने से बचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसको लेकर राज्य सचिवालय नबन्ना ने इसे खोई हुई कलाकृतियों में शामिल करने का फैसला किया है. भले ही पुर्तगाली प्रवासियों ने भारत छोड़ दिया हो, लेकिन उनके द्वारा बनाए जाने वाले बंदेल बेसिलिका और बंदेल चीज़ आज भी पर्यटकों के लिए उपहार से कम नहीं हैं. किसी जमाने में बंदेल चीज़ पूरे एशिया में मशहूर थी, लेकिन अब वह चीज विलुप्त होने के कगार पर है.
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के बंडेल में पुर्तगाली चीज के बनाए जाने की वजह से इसका नाम बंडेल चीज पड़ गया. राज्य में कुछ दुकानों को छोड़कर, इसके बहुत कम खरीदार हैं. हालांकि, यह पुर्तगाली चीज़ अभी भी कोलकाता के हॉग मार्केट में केवल एक या दो दुकानों में उपलब्ध है, जहां पर इसकी आपूर्ति की जाती है. हालांकि पुर्तगाली चीज को इस समय हुगली और बांकुरा जिलों के गिने चुने परिवारों के द्वारा ही बनाया जाता है. इन्हीं परिवारों के द्वारा न्यू मार्केट की कुछ दुकानों में उपलब्ध कराया जाता है. हालांकि, दुनिया भर के अधिकांश देशों में इसकी मांग है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने चीज बनाने के उद्योग को पुनर्जीवित करने का फैसला किया है. फलस्वरूप कुछ निवेशकों को शामिल कर इस दुर्लभ चीज को बनाने की पहल की जा रही है.
इस बारे में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुर्तगाली चीज की मांग पूरे भारत में है, इसलिए राज्य सरकार भी इसको लेकर प्रशिक्षण प्रदान करने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न हिस्सों में लुप्तप्राय खाद्य उद्योगों को बचाने के लिए कदम उठा रही है. इसी कड़ी में हम बंडेल चीज को लेकर लोगों को प्रशिक्षित करना चाहते हैं जो इसके उत्पादन में रुचि रखते हैं. बता दें कि 10 जून को हुगली के रवींद्र भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कुल मिलाकर इस बंदेल चीज का उत्पादन बढ़ने से राज्य के बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सकता है.
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