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GST Fraud in Indore: 500 फर्जी कंपनियों से 700 करोड़ का घोटाला, सूरत से दबोचे गए 5 आरोपी

इंदौर में 500 फर्जी कंपनियों से 700 करोड़ के घोटाले का मामला (GST Fraud in Indore) सामने आया है, जिसमें सीजीएसटी इंदौर और साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई के बाद सूरत से पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है.

700 Crore GST Fraud in Indore
इंदौर में 500 फर्जी कंपनियों से 700 करोड़ का घोटाला
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Published : May 29, 2022, 5:26 PM IST

इंदौर। सीजीएसटी आयुक्त कार्यालय इंदौर (CGST Commissioner Office Indore) और इंदौर राज्य साइबर सेल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फर्जी जीएसटी फॉर्म बनाकर 700 करोड रुपए का इनकम टैक्स फ्रॉड (GST Fraud in Indore) करने वाले गैंग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो आरोपियों को सीजीएसटी पुलिस ने रिमांड पर लिया है तो वहीं तीन आरोपियों को राज्य साइबर सेल पुलिस ने कार्रवाई कर गिरफ्तार किया हैं.

500 फर्जी कंपनियों से 700 करोड़ का घोटाला

सूरत से दबोचे गए पांच आरोपी: सीजीएसटी कार्यालय द्वारा एक लिखित आवेदन राज्य साइबर सेल को सौंपा गया था, जिसमें बताया गया था कि सीजीएसटी ने ऐसे इनपुट निकले हैं जिसमें टैक्स क्रेडिट आईटीसी बनाने और उन्हें पारित करने वाला एक रैकेट सक्रिय है. जिन्होंने बड़ी संख्या में फर्जी जीएसटी फर्म बनाई हुईं हैं और स्क्रैप और अन्य बिजनेस के आधार पर बदमाश इनपुट टैक्स क्रेडिट बना रहे हैं. पता चला था कि बदमाशों ने ना केवल इंदौर बल्कि देश के बड़ी-बड़ी फर्म का नाम का उपयोग कर फर्जी नाम नंबर और पता तकनीकि तौर पर फ्रॉड करते हुए उपयोग में लिए थे. जिसकी शिकायत के बाद राज्य साइबर सेल इंदौर और सीजीएसटी कार्यालय इंदौर में संयुक्त ऑपरेशन करते हुए गुजरात के सूरत से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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ये सामान हुआ जब्त: पहले जांच में दोनों ही विभाग को लगभग 100 करोड रुपए से अधिक के इनपुट मिले थे, लेकिन जांच पूरी होते-होते यह आंकड़ा 700 करोड़ तक जा पहुंचा. पुलिस की दबिश के दौरान दोनों ही टीमों को सूरत में बदमाशों के फ्लेट से 500 से अधिक फर्जी फर्मो के दस्तावेज, बड़ी संख्या में लोगों के आधार कार्ड के डाटा, फर्जी पतों के डाक्यूमेंट्स, 300 से अधिक फर्जी फर्मों की सील और लेटर पैड, और फर्जी दस्तावेज प्राप्त हुए. इसी के साथ आरोपीयों ने परंपरागत उपयोग के प्रयोग से बचते हुए अलग-अलग मोबाइल नंबरों से जुड़े कई डिजिटल वॉलेट खातों के माध्यम से लेन-देन कर रहे थे, वे सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के अलावा अपनी पहचान भी छुपा रहे थे.

फिलहाल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जीएसटी विभाग की टीम इसमें जांच में जुटी हुई है. मामले में जल्द ही कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है.
- राशिद अहमद, जांच अधिकारी, राज्य सायबर सेल, इंदौर

इंदौर। सीजीएसटी आयुक्त कार्यालय इंदौर (CGST Commissioner Office Indore) और इंदौर राज्य साइबर सेल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फर्जी जीएसटी फॉर्म बनाकर 700 करोड रुपए का इनकम टैक्स फ्रॉड (GST Fraud in Indore) करने वाले गैंग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो आरोपियों को सीजीएसटी पुलिस ने रिमांड पर लिया है तो वहीं तीन आरोपियों को राज्य साइबर सेल पुलिस ने कार्रवाई कर गिरफ्तार किया हैं.

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सूरत से दबोचे गए पांच आरोपी: सीजीएसटी कार्यालय द्वारा एक लिखित आवेदन राज्य साइबर सेल को सौंपा गया था, जिसमें बताया गया था कि सीजीएसटी ने ऐसे इनपुट निकले हैं जिसमें टैक्स क्रेडिट आईटीसी बनाने और उन्हें पारित करने वाला एक रैकेट सक्रिय है. जिन्होंने बड़ी संख्या में फर्जी जीएसटी फर्म बनाई हुईं हैं और स्क्रैप और अन्य बिजनेस के आधार पर बदमाश इनपुट टैक्स क्रेडिट बना रहे हैं. पता चला था कि बदमाशों ने ना केवल इंदौर बल्कि देश के बड़ी-बड़ी फर्म का नाम का उपयोग कर फर्जी नाम नंबर और पता तकनीकि तौर पर फ्रॉड करते हुए उपयोग में लिए थे. जिसकी शिकायत के बाद राज्य साइबर सेल इंदौर और सीजीएसटी कार्यालय इंदौर में संयुक्त ऑपरेशन करते हुए गुजरात के सूरत से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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ये सामान हुआ जब्त: पहले जांच में दोनों ही विभाग को लगभग 100 करोड रुपए से अधिक के इनपुट मिले थे, लेकिन जांच पूरी होते-होते यह आंकड़ा 700 करोड़ तक जा पहुंचा. पुलिस की दबिश के दौरान दोनों ही टीमों को सूरत में बदमाशों के फ्लेट से 500 से अधिक फर्जी फर्मो के दस्तावेज, बड़ी संख्या में लोगों के आधार कार्ड के डाटा, फर्जी पतों के डाक्यूमेंट्स, 300 से अधिक फर्जी फर्मों की सील और लेटर पैड, और फर्जी दस्तावेज प्राप्त हुए. इसी के साथ आरोपीयों ने परंपरागत उपयोग के प्रयोग से बचते हुए अलग-अलग मोबाइल नंबरों से जुड़े कई डिजिटल वॉलेट खातों के माध्यम से लेन-देन कर रहे थे, वे सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के अलावा अपनी पहचान भी छुपा रहे थे.

फिलहाल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जीएसटी विभाग की टीम इसमें जांच में जुटी हुई है. मामले में जल्द ही कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है.
- राशिद अहमद, जांच अधिकारी, राज्य सायबर सेल, इंदौर

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