चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शुक्रवार को फिर एक आईडी विस्फोट हुआ है. जहां पर एक IED विस्फोट हुआ है. इस विस्फोट में दो ग्रामीण घायल हुए हैं. जिसमें एक बच्चा भी शामिल है. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि की है. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि IED विस्फोट में ग्रामीणों को कर घायल करना नक्सलियों का एक कायराना हरकत है. झारखंड पुलिस आम जनता की सेवा में सदैव तत्पर है और ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु सघन नक्सल विरोधी अभियान का संचालन जारी रहेगा.
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लगातार दूसरे दिन हुआ विस्फोट: टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातु गांव के समीप जंगल में एक प्रेशर आईडी (IED) विस्फोट हुआ है. जिसमें पत्ता तोड़ने जा रहे रेंगड़ाहातु निवासी जेना कोड़ा उर्फ मोटका कोड़ा उम्र लगभग 35 वर्ष एवं उनका 06 वर्षीय बालक गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना की सूचना मिलते ही चाईबासा पुलिस एवं कोबरा 209 BN के साथ समन्वय स्थापित करते हुए गंभीर रूप से घायल बालक को प्राथमिक उपचार करते हुए ग्रामीणों के सहयोग से घटना स्थल से निकाला गया एवं बेहतर इलाज के लिए सदर अपस्ताल, चाईबासा लाया गया. जो सदर अपस्ताल में इलाजरत है. उक्त जख्मी बालक की स्थिति स्थिर है. साथ ही जख्मी जेना कोड़ा उर्फ मोटका कोड़ा को घटनास्थल से सुरक्षित निकालने के लिए अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.
गुरुवार को लैंड माइन विस्फोट में मवेशी की मौत: पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों के द्वारा जगह जगह आईईडी विस्फोटक जमीन में लगाए गए हैं. जिसकी चपेट में आने से आए दिन ग्रामीण घायल हो रहे हैं. कई ग्रामीणों की मौतें भी हो चुकी है इसके साथ ही पशु भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. गुरुवार 13 अप्रैल को गोइलकेरा थाना क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा लगाया गए आईईडी विस्फोटक की चपेट में आने से एक पशु की दर्दनाक मौत हो गई थी.
पुलिस के अभियान से बौखलाए नक्सली: बूढ़ापहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराने के बाद सुरक्षाबलों का पूरा फोकस सारंडा इलाके पर हो गया है. इस इलाके में सुरक्षकार्मियों की दबिश बढ़ी है. लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है. पुलिसिया कार्रवाई से बौखलाए नक्सलियों ने इन इलाकों में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जगह-जगह लैंड माइन लगा रखा है. इसके चपेट में सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ ग्रामीण भी आ रहे हैं.