चाईबासा: केंद्रीय रेशम बोर्ड भारत सरकार की चाईबासा इकाई की ओर से तसर के उपयोग को बढ़ावा देने और रोजगार की संभावनाओं को तलाशने के लिए तसर कृषि मेला का आयोजन किया गया. तसर कृषि मेला का उद्घाटन राज्य की महिला बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने किया. इस मौके पर चाईबासा के विधायक दीपक बिरूआ भी मौजूद रहे.
इसे भी पढ़ें- साहिबगंजः 11 महीने बाद हुई दिव्यांग बोर्ड की बैठक, शिविर में उनके स्वास्थ्य की हुई जांच
कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि सरकार विकास को लेकर प्रतिबद्ध है. पश्चिम सिंहभूम जिले में उच्च गुणवत्ता वाले कोकून का उत्पादन होता है. सरकार का यह प्रयास है कि यहां कुचाई सिल्क की तरह धागा निकालने से लेकर कपड़े बनाने तक की इकाई लगाई जाए. ताकि, अधिक से अधिक लोगों को तसर से रोजगार मिल सके. तसर उद्योग में अप्रत्यक्ष रोजगार की बड़ी संभावनाएं व्याप्त हैं. लेकिल सरकार की ओर से तसर उद्योग को बढ़ावा देने के बजाय धीरे-धीरे बजट को कम किए जाने पर विधायक दीपक बिरुआ ने चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि आने वाले बजट सत्र में शहर के विकास के लिए अधिक से अधिक बजट उपलब्ध कराने की मांग सरकार के समक्ष रखेंगे. ताकि, इसका समुचित विकास हो सकेगा.
राज्य के मंत्री-विधायक ने जाहिर की चिंता
तसर के क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने और शहर के विकास को लेकर राज्य के मंत्री-विधायक ने अपनी चिंता, तो जरूर जाहिर की. लेकिन केंद्रीय रेशम बोर्ड भारत सरकार की ओर से आयोजित तसर मेला में खानापूर्ति नजर आई. जिला स्तर पर आयोजित मेला में मात्र 4 स्टाल लगाए गए थे. इनमें कोई खास उत्पाद भी नहीं रखे गए थे. विभाग ने इस चीज का भी ख्याल नहीं रखा कि, जिस तरह से के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य की मंत्री को बुलाया गया है. उस कार्यक्रम में लोगों के देखने के लिए कुछ भी नहीं था. इसे लेकर मंत्री ने सबके सामने नाराजगी, तो जाहिर नहीं की. लेकिन विभाग के अधिकारियों को बेहतर तरीके से कार्य करने की नसीहत जरूर दी.