चाईबासा: भारत निर्वाचन आयोग ने कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स में कई नए प्रावधान जोड़कर झारखंड विधानसभा चुनाव में पहली बार दिव्यांग और 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान कराने की सुविधा का निर्णय लिया था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से प्रथम तीन चरण में होने वाले चुनाव को इस पायलट प्रोजेक्ट से मुक्त कर दिया गया है.
नहीं मिलेगी पोस्टल बैलट की सुविधा
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि प्रथम तीन चरणों में होने वाले चुनाव में पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) और 80 साल से अधिक उम्र के लोगों को पोस्टल बैलट की सुविधा नहीं मिलेगी, लेकिन पहले के चुनाव की भांति इस बार भी पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) और 80 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए जिला प्रशासन विशेष सुविधा उपलब्ध कराकर बूथ तक लाएगी और उनसे मतदान करवाएगी.
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80 साल से अधिक के मतदाताओं को पोस्टल बैलट की सुविधा देने का निर्णय
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग और 80 साल से अधिक के मतदाताओं को पोस्टल बैलट की सुविधा देने का निर्णय लिया था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे प्रथम तीन चरण के चुनाव के लिए स्थगित कर दिया गया है क्योंकि संबंधित मतदाताओं को नोटिफिकेशन होने के 5 दिन के अंदर लिखित रूप में उनकी पसंद को व्यक्त करना होगा और समय कम होने के चलते इस सुविधा को प्रथम तीन चरणों के लिए स्थगित किया गया है.
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स्थानीय वालंटियरर्स की मदद
उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय वालंटियरर्स की मदद से पिछले चुनाव में पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) और 80 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए विशेष सुविधा देकर ओवर ऑल 15 पॉइंट्स अधिक उनसे मतदान करवाया गया था. इस बार भी उम्मीद है कि अधिक से अधिक संख्या में दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाकर मतदान करवाया जाएगा. प्रथम तीन चरणों में पलामू, कोल्हान और रांची प्रमंडल में होने वाले चुनाव में पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) और 80 साल से अधिक मतदाताओं को पोस्टल बैलट की सुविधा नहीं मिल सकेगी, लेकिन गिरिडीह, छोटानागपुर प्रमंडल और संथाल परगना के कुछ जिलों में इस पायलट प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा.