चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सोनुवा के एक निजी स्कूल में स्कूल फीस जमा नहीं करने पर प्रबंधन ने छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठने का आदेश दिया था, जिसके बाद अभिभावकों ने जमकर बवाल मचाया. लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद रहने के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को बच्चों के एक वर्ष की ट्यूशन फीस जमा करने का फरमान सुनाया था. इसी बात को लेकर अभिभावक स्कूल पहुंचे और जमकर बवाल मचाया.
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अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ किया प्रदर्शन
अभिभावकों के मुताबिक स्कूल की ओर से बच्चों को सही तरह से ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं कराई गई, बच्चे पढ़ाई से वंचित रह गए हैं. अब स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों की परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है, जिसको लेकर बच्चों और अभिभावकों को लॉकडाउन दौरान के शैक्षणिक वर्ष 2020-21 की एक साल की ट्यूशन फीस जमा करने का निर्देश दिया गया. अभिभावक स्कूल प्रबंधन की ओर से जारी उस तुगलकी फरमान का विरोध कर रहे थे. वहीं स्कूल की ओर से बच्चों और अभिभावकों को स्कूल ट्यूशन फीस जमा नहीं करने पर परीक्षा देने से वंचित करने का आदेश सुनाया गया था.
अभिभावकों की मानें तो स्कूल प्रबंधन ट्यूशन फीस जमा करने को लेकर अभिभावकों के पर दवाब बना रहा था, जिसको लेकर अभिभावक काफी नाराज थे. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के फैसले को गलत करार देते हुए स्कूल प्रबंधन के फैसले का विरोध किया.