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चाईबासा: जिला प्रशासन के प्रयास से बंद पड़े शल्य कक्ष का खुला ताला, 2 महिलाओं का कराया गया प्रसव

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Published : Jun 26, 2020, 7:09 PM IST

चाईबासा जिले में अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर में जिला प्रशासन के प्रयास से शुक्रवार को महीनों से बंद पड़े शल्य कक्ष को खोला गया. जहां चिकित्सकों की टीम को रोस्टर के अनुरूप अस्पतालों में प्रतिनियुक्त किया गया. वहीं शल्य कक्ष में 2 महिलाओं का प्रसव भी करवाया गया.

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शल्य कक्ष

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन के प्रयास से चिकित्सक के अभाव में अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में पिछले कई माह से बंद पड़े शल्य कक्ष का ताला खुला है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समन्वय स्थापित किया गया. चिकित्सकों को जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर रोस्टर के हिसाब से प्रतिनियुक्त किया गया. वहीं उक्त शल्य कक्ष में दो महिलाओं का प्रसव सफलता पूर्वक किया गया है, जिसमें महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

शल्य चिकित्सक को किया गया अस्पतालों में प्रतिनियुक्त
जिला प्रशासन के इस प्रयास के बारे में जानकारी देते हुए जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में शल्य चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने की वजह से उस क्षेत्र के जनता को शल्य उपचार के लिए सदर अस्पताल, चाईबासा आना पड़ रहा था. इसके चलते उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी. इसे ध्यान में रखते हुए उपायुक्त अरवा राजकमल के अध्यक्षता में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. जहां जिले में उपलब्ध शल्य चिकित्सक को रोस्टर के अनुरूप अस्पतालों में प्रतिनियुक्त किया गया है.

इसे भी पढ़ें- चाईबासा: हो भाषा वारंग क्षिति लिपि शिक्षक संघ ने विधायक से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

उन्होंने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन जिले में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करवाने को लेकर काफी संजीदा है. स्थानीय सांसद विधायक गण के सहयोग एवं सामंजस्य से जिले में उपलब्ध मद से सदर अस्पताल, चाईबासा और अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में कई अत्याधुनिक यंत्रों की भी स्थापना की गई है. ताकि जिले के लोगों को इलाज के लिए जिले से बाहर नहीं जाना पड़े.

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन के प्रयास से चिकित्सक के अभाव में अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में पिछले कई माह से बंद पड़े शल्य कक्ष का ताला खुला है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समन्वय स्थापित किया गया. चिकित्सकों को जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर रोस्टर के हिसाब से प्रतिनियुक्त किया गया. वहीं उक्त शल्य कक्ष में दो महिलाओं का प्रसव सफलता पूर्वक किया गया है, जिसमें महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

शल्य चिकित्सक को किया गया अस्पतालों में प्रतिनियुक्त
जिला प्रशासन के इस प्रयास के बारे में जानकारी देते हुए जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में शल्य चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने की वजह से उस क्षेत्र के जनता को शल्य उपचार के लिए सदर अस्पताल, चाईबासा आना पड़ रहा था. इसके चलते उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी. इसे ध्यान में रखते हुए उपायुक्त अरवा राजकमल के अध्यक्षता में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. जहां जिले में उपलब्ध शल्य चिकित्सक को रोस्टर के अनुरूप अस्पतालों में प्रतिनियुक्त किया गया है.

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उन्होंने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन जिले में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करवाने को लेकर काफी संजीदा है. स्थानीय सांसद विधायक गण के सहयोग एवं सामंजस्य से जिले में उपलब्ध मद से सदर अस्पताल, चाईबासा और अनुमंडल अस्पताल, चक्रधरपुर में कई अत्याधुनिक यंत्रों की भी स्थापना की गई है. ताकि जिले के लोगों को इलाज के लिए जिले से बाहर नहीं जाना पड़े.

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