चाईबासा: जिले के गुदड़ी प्रखंड के किचिंडा गांव में एंबुलेंस या ममता वाहन नहीं पहुंचने से एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में सीएम हेमंत सोरेन के ट्वीट के बाद उपायुक्त अरवा राजकमल और पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा गुरुवार को गुदड़ी के किचिंडा गांव पहुंचे. यहां मृतक के परिवार के सदस्यों से मिलकर मामले की जानकारी ली.
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परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन
डीसी ने एंबुलेंस या ममता वाहन नहीं पहुंचने से गर्भवती महिला की मौत के मामले को दुखद बताते हुए हर संभव मदद करने की बात कही. मौके पर मृतका के परिवार को तत्काल बीस हजार रुपये का राशि दी गई. इसके अलावा डीसी ने मृतका के परिवार को आवास योजना, पारिवारिक लाभ, पेंशन योजना के अलावा मुर्गी पालन के राशि देने और कृषि करने के लिए उपकरण देने के साथ स्वरोजगार से जोड़ने की बात कही. डीसी अरवा राजकमल ने मौके पर गुदड़ी प्रखंड कार्यालय भवन के एक कमरे में उप स्वास्थ्य केंद्र का संचालन शुरु करवाया.
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डीसी-एसपी ने की सहयोग की अपील
इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल ने गुदड़ी प्रखंड के ग्रामीणों से मुलाकात कर उनके समस्याओं को जाना और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. मौके पर गुदड़ी में तैनात एएनएम संध्या मिंज को उप स्वास्थ्य केंद्र में रह कर ड्यूटी करने का निर्देश दिया. डीसी ने गुरुवार को हो गुदड़ी में एक एंबुलेंस की व्यवस्था किया. गुदड़ी के लिये गुरुवार को एंबुलेंस पहुंच गया. किचिंडा गांव पहुंचे एसपी इंद्रजीत महथा ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था के लिए सहयोग की अपील की.
सीएम ने लिया था संज्ञान
बता दें कि मंगलवार को एंबुलेंस या ममता वाहन नहीं पहुंचने से गुदड़ी प्रखंड की एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिला उपायुक्त को ट्वीट करते हुए मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई करते हुए सूचित करने को कहा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्याप्त ममता वाहन की उपलब्धता भी है. सभी उपायुक्त 108 एम्बुलेंस के साथ ममता वाहन की समीक्षा कर लोगों को सेवा प्रदान करने के लिए रणनीति बनायें, जिससे ऐसे मामलों पर विराम लग सके.