चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बरकेला पंचायत के पासुबेड़ा गांव में माओवादियों ने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी है. घटना गुरुवार की देर शाम की बतायी जा रही है. लेकिन गांव सुदूर इलाके में रहने के कारण पुलिस को शुक्रवार की सुबह घटना की सूचना मिली.
ग्रामीण की हत्या की सूचना मिलने के बाद चाईबासा मुफ्फसिल थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को लेकर शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे गांव पहुंचे. वहां से शव को कब्जे में लेकर ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी ली. पुलिस ने शव के पास से धमकी भरे माओवादी पोस्टर भी बरामद किए हैं. इससे यह पुष्टि हो रही है कि घटना को माओवादियों ने ही अंजाम दिया है. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार की शाम करीब 5 बजे शव को सदर अस्पताल लाया गया. शाम होने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है.
मृतक की पहचान कर ली गई है, ग्रामीण का नाम धानसार सुरीन है. धानसार सुरीन को मारने के बाद शव को पासुबेड़ा गांव से 3 किलोमीटर दूर जिलुगढ़ा के पास सड़क के बीचोंबीच रख दिया गया था. शव के पास पर्चे फेंके हुए थे जिसमें लिखा था लाश को हाथ लगाने वालों का यही अंजाम होगा. इस घटना से गांव में दहशत फैल गयी है.
जानकारी के अनुसार धानसार सुरीन सोमवार को बरकेला गया था उसे वहां विकास जामुदा ने बुलाया था, इसके बाद से वह लापता था. इस मामले में चाईबासा के मवेशी व्यापारी सलीम का नाम भी चर्चा में आ रहा है. 1 माह पूर्व उसके 25 मवेशी इस गांव में छीन लिए गए थे. इस मामले में धानसार सुरीन पर आरोप लग रहे थे. इसको लेकर गांव में विवाद भी चल रहा था. मुफ्फसिल थाना अंतर्गत जिलुगढ़ा के पास सड़क से एक व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया है. शव के पास बिखरे कुछ माओवादी पर्चे भी मिले हैं. इससे यह प्रतीत होता है कि माओवादियों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि पासुबेड़ा गांव में धानसार सुरीन का मवेशी को लेकर विवाद हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अन्य जानकारी दे पाएगे. फिलहाल मृतक के भाई नंदु सुरीन के बयान पर मुफ्फसिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.