चाईबासा : झारखंड में नक्सली बंद के दौरान माओवादियों ने बंद को सफल बनाने के लिए पश्चिम सिंहभूम जिले के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर पोस्टरबाजी की. लेकिन पुलिस ने सभी पोस्टर बैनर जब्त कर लिए है. यह बंद प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादियों के टॉप कमांडर किशन दा उर्फ प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मारांडी की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया है. भाकपा माओवादियों ने 26 जनवरी तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने के बाद 24 घंटे के नक्सली बंद का आह्वान किया था.
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नक्सलियों ने बंदी को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय की चहारदीवारी पर पोस्टर लगाए. इसके अलावा कई जगहों पर बैनर भी लगाए गए. कई जगहों पर नक्सलियों ने बैनर लगाकर सड़क जाम करने का भी प्रयास किया. पुलिस ने सभी बैनर पोस्टर जब्त कर लिए हैं. नक्सलियों ने चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय के चहारदीवारी एवं रामचंदरपुर गांव में दीवारों में पोस्टर चिपकाया था. वहीं लोरिया फाटक के समीप बैनर टांगा गया था. सोनुआ-गोइलकेरा मार्ग पर नक्सलियों ने बैनर लगाकर सड़क जाम करने का भी प्रयास किया. इसके अलावा मनोहरपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित हाट में भी बैनर पोस्टर लगाया गया था. जिससे लोगों में दहशत है, बावजूद इसके माओवादियों द्वारा आहूत बंद का जिले में मिलाजुला असर देखने को मिला. चक्रधरपुर अनुमंडल के कई क्षेत्रों में यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हुआ.
माओवादियों के टॉप कमांडर प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मारांडी की गिरफ्तारी के विरोध में माओवादी पहले भी बंदी करवा चुके हैं. इस दौरान उन्होंने काफी उत्पात मचाया. ये माओवादी पहले भी पोस्टरबाजी कर चुके हैं. लोगों में दहशत फैलाने और बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने इस बार भी वही हथकंडे अपनाए हैं. लेकिन पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट है, उनका दावा है कि वे इनके नापाक इरादों को पूरा नहीं होने देंगे.