चाईबासा: जिला के जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत मोगरा नदी पर बन रहे मोगरा पाइपलाइन जलापूर्ति योजना पिछले 5 वर्षों से लंबित है. जिससे जगन्नाथपुर प्रखंड के बड़ी आबादी प्रतिवर्ष पेयजल संकट से जूझती है. झारखंड सरकार के पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मोगरा नदी में बन रहे इंटेक वेल एवं जगन्नाथपुर शहर में बन रहे पानी टंकी का निरीक्षण किया और योजना की वास्तविक स्थिति की जानकारी ली.
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योजना की धीमी प्रगति और गुणवत्ता को देख मंत्री ने पेयजल आपूर्ति विभाग के कार्यपालक अभियंता कनीय अभियंता और कार्यकारी एजेंसी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. मंत्री ने 15 अप्रैल तक का अल्टीमेटम देते हुए निर्देश दिया कि 15 अप्रैल को इस योजना का उद्घाटन होगा.
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योजना पूर्ण नहीं करने और गुणवत्ता में सुधार नहीं लाने पर एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने और पेयजल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निलंबित करने की चेतावनी भी दी. वहीं, उक्त योजना का निर्माण करा रही एजेंसी के निर्माण क्रम में सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखने पर मंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि कोई भी घटना होती है तो इसके लिए एजेंसी पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर के निरीक्षण के क्रम में जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकु भी साथ में थे.