चाईबासा: ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर देश भर में रनिंग स्टाफ ने ब्लैक-डे मनाया और प्रदर्शन किया. दरअसल, रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण, डीए फ्रिज, नाइट ड्यूटी अलाउंस बंद करने, श्रम कानून में परिवर्तन और न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में प्रदर्शन किया गया. पूरे दिन लोको पायलटों ने ब्लैक बैच लगाकर ट्रेनों को चलाया. चक्रधरपुर रेल मंडल के चक्रधरपुर समेत 10 लॉबियों में लोको रनिंग स्टाफ के तत्वावधान में सैकड़ों लोको पायलटों ने रेलवे बोर्ड के नए निर्देशों के खिलाफ आवाज बुलंद की.
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नाइट ड्यूटी बंद करने की चेतावनी
सहायक जोनल सचिव अनिल कुमार सिंह ने कहा कि रेलकर्मियों को मिले हुए अधिकारों पर केंद्र सरकार कटौती कर रही है. निजीकरण, निगमीकरण और श्रम विरोधी कानून लागू करने के लिए प्रतिदिन आदेश लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रनिंग स्टाफ गैर राजपत्रित कर्मचारियों की श्रेणी में आते हैं. भारत सरकार रेल मंत्रालय निगमीकरण कटनी-छटनी पर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसके विरोध में प्रधानमंत्री के नाम 1 तारीख से 10 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान चलाकर सामूहिक आवेदन पूरे देश में सभी लॉबी के माध्यम से भेज दिया गया है. ये कार्यक्रम पूर्व से निर्धारित था कि 31 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाएंगे. सभी रनिंग कर्मचारियों ने 1 अक्टूबर से नाइट ड्यूटी एलाउंस बंद कर दी है. अगर रेलवे की ओर से नाइट ड्यूटी एलाउंस नहीं देना है तो कर्मचारियों से नाइट ड्यूटी नहीं कराया जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संज्ञान न लेने पर सीधे तौर पर नाइट ड्यूटी करना बंद कर देंगे, जिसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी.