चाईबासा: कोल्हान विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह का आयोजन शुक्रवार को चाईबासा के पिल्लई हॉल में आयोजित किया गया. इसमें 203 मेधावियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. समारोह में 91 मेधावियों को पीएचडी उपाधि से सम्मानित किया गया. इनमें 112 गोल्ड मेडलिस्ट एवं 91 पीएचडी धारियों को उपाधि पत्र प्रदान किया गया.
बता दें कि पांचवें दीक्षात समारोह का कोल्हान भर में चिन्हित कुल 25 प्राइवेट एवं सरकारी महाविद्यालयों में लाइव प्रसारण किया गया. इसकी जिम्मेदारी कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा जमशेदपुर स्थित करीम सिटी कॉलेज के मॉस कॉम्युनिकेशन विभाग को दी गई थी.
पिल्लई हॉल के सभागार में डिग्रीधारियों को संबोधित करते हुए कुलाधिपति रमेश बैस ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय से उपाधि ग्रहण करने वाले समस्त होनहार और सफल विद्यार्थी राष्ट्रहित में बढ़-चढ़ कर काम करेंगे. यहां आपने जो ज्ञान अर्जित किया है, उसके द्वारा आप अपने नए एवं चुनौतीपूर्ण जीवन में प्रवेश कर रहे हैं. शिक्षा का लक्ष्य मात्र उपाधि प्राप्ति तक सीमित नहीं है या केवल धन प्राप्ति का जरिया भी नहीं है. शिक्षा मनुष्य को चरित्रवान बनाने के साथ-साथ उत्तम नागरिक भी बनाने का कारगर साधन है.
राज्यपाल ने कहा कि मुझे बताया गया है कि कोल्हान विश्वविद्यालय ने एनसीसी को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया है. साथ ही विश्वविद्यालय बीसीए, बीबीए, बीएससी आईटी, वाटर मैनेजमेंट, बीएड, एमएड आदि व्यावसायिक पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगार सुलभ कराने योग्य बनाने की दिशा में प्रयासरत है. उच्च शिक्षा क्षेत्र में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन जमशेदपुर महिला महाविद्यालय को विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया गया है. इस विश्वविद्यालय को झारखण्ड में पहला महिला विश्वविद्यालय बनने का गौरव हासिल होगा.
इससे पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत कराई. मंच का संचालन जमशेदपुर स्थित करीम सिटी कॉलेज के मॉस कॉम्युनिकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. नेहा तिवारी एवं डॉ. एसएस याहिया इब्राहिम ने संयुक्त रूप से किया. समारोह में कुलपति प्रो. डॉ गंगाधर पंडा, प्रति कुलपति प्रो डॉ अरूण कुमार सिंह समेत विश्विद्यालय के सभी पदाधिकारी, सभी विभागों के डीन, पीजी हेड, सिंडिकेट सदस्य, सीनेट सदस्य उपस्थित थे.