चाईबासा: मुख्यमंत्री के जोहर जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान झामुमो के खिलाफ मां-बहनों को विधवा बनाए जाने के बयान पर झामुमो के विधायकों ने पलटवार किया है. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री पहले अपने गिरेबान में झांक ले. जनता भाजपा सरकार को इस बार उखाड़ फेंकेगी .
गली-गली में शराब की दुकानें
इस दौरान झामुमो के चक्रधरपुर विधायक शशि भूषण सामड ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने स्कूल बंद करवा कर गली-गली में शराब की दुकानें खुलवा दी हैं. सामड ने कहा कि इस बार कोल्हान की जनता भाजपा की जमानत जब्त कर देगी. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने कभी भी अलग झारखंड के लिए आंदोलन नहीं किया है, बल्कि गुरुजी ने घर-परिवार छोड़कर, जंगल-जंगल घूमकर आंदोलन किया और लड़कर अलग झारखंड राज्य बनवाया है.
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मानदेय के लिए सरकार के पास नहीं है फंड
वहीं, केंद्रीय महासचिव सह चाईबासा सदर विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह दौरा फ्लाप हो गया है. उन्हें किसी भी विधानसभा क्षेत्र में जनसमर्थन नहीं मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान था कि दिसंबर 2018 तक चौबीस घंटे बिजली नहीं पहुंची तो वोट भी नहीं मांगेंगे तो आज किस मुंह से जन आशीर्वाद लेने आए है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी फंड से रघुवर सरकार अपना प्रचार-प्रसार कर रही है, लेकिन राज्य कर्मचारियों के मानदेय के लिए सरकार के पास फंड नहीं है.
महिलाओं पर लाठीचार्ज
वहीं, मझगांव विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि मुख्यमंत्री झामुमो पर आरोप लगाने से पहले अपने अंदर झांके. मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान निंदनीय है. वे पद की गरिमा भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और नारी शक्तिकरण की बात करती है और दूसरी ओर महिलाओं पर लाठीचार्ज करती है. उन्होंने कहा कि जनता भाजपा सरकार को इस बार उखाड़ देगी.