चाईबासा: झामुमो ने 2024 में होने वाले तोकसभा चुनाव के लिए सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में अपनी दावेदारी ठोक दी है. झामुमो ने पार्टी की पश्चिमी सिंहभूम जिला समिति की बैठक में ऐलान किया है कि 2024 में हर हाल में सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र से झामुमो ही चुनाव लड़ेगा. इस ऐलान के बाद मौजूदा सांसद गीता कोड़ा ने पलटवार करते हुए इस बात को हास्यास्पद बताया है.
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दरअसल, झामुमो पश्चिमी सिंहभूम जिला समिति की बैठक में जिला अध्यक्ष सह विधायक सुखराम उरांव की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया गया है कि 2024 में हर हाल में सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र से झामुमो ही चुनाव लड़ेगा. इसके साथ ही इस बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं से अभी से ही चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया गया. झामुमो की ये बैठक चाईबासा के डोबरोसाई स्थित एक निजी रेस्टोरेंट के सभागार में की गई. इस बैठक में विधायक दीपक बिरुवा, विधायक निरल पुरती, झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के सदस्य भुवनेश्वर महतो, जिला सचिव सोनाराम देवगम समेत जिला समिति के सभी पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, केंद्रीय सदस्य और जिले के सभी प्रखंड और नगर अध्यक्ष और सचिव मौजूद थे.
सांसद गीता कोड़ा ने किया पलटवार: वहीं झामुमो के इस ऐलान के बाद कांग्रेस नेत्री और वर्तमान सांसद गीता कोड़ा ने पलटवार करते हुए कहा कि ये फैसला गठबंधन धर्म के अनुकुल नहीं है. उन्होंने कहा कि झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और राजद के साथ महागठबंधन की सरकार चल रही है. राज्य में बहुत ही अच्छे ढंग से सरकार काम कर रही है. ऐसे में स्थानीय स्तर पर जेएमएम के द्वारा सिंहभूम लोकसभा सीट को लेकर दावेदारी करना और हक जताना उचित प्रतीत नहीं होता, सीटों का बंटवारा महागठबंधन के हम सभी के अभिभावक शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस पार्टी से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे तय करते हैं. फिर स्थानीय स्तर पर लोकसभा टिकट को लेकर बात करना हास्य प्रद है. उन्होंने कहा कि मालूम हो कि महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में यहां से कांग्रेस की सीट रही है और महागठबंधन के निर्णय के अनुसार ही अगला प्रत्याशी भी तय होगा.