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चाईबासा: कोविड-19 अस्पताल में हाई टेक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था, कर्मियों के लिए काफी मददगार - कोविड-19 दक्षिण पूर्व रेलवे अस्पताल में हाइटेक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था

चाईबसा में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 'को-बोट', हाई टेक आइसोलेशन बेड, सेनेटाइजर कक्ष और कोविड-19 सैंपल कलेक्शन मोबाइल बूथ का निर्माण किया गया है. इस अस्पताल में पीड़ित व्यक्ति तक 'को-बोट' की मदद से भोजन, पानी, दवाई और आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवायी जा रही है.

चाईबासा: कोविड-19 अस्पताल में हाई टेक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था
hitech isolation bed arrangement in covid-19 Hospital of Chaibasa
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Published : May 26, 2020, 8:24 PM IST

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में अब तक 10 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी संक्रमित व्यक्तियों का इलाज जिले के कोविड-19 समर्पित दक्षिण पूर्व रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर में किया जा रहा है. इलाज के दौरान संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.

कोरोना संक्रमण से बचाव

जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 'को-बोट', हाईटेक आइसोलेशन बेड, सेनेटाइजर कक्ष और कोविड-19 सैंपल कलेक्शन मोबाइल बूथ का निर्माण किया गया है. कोविड-19 अस्पताल में 'को-बोट' की मदद से व्यक्तियों तक भोजन, पानी, दवाई और आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवायी जा रही है.

ये भी पढ़ें-रामगढ़ः भैरवी और दामोदर नदी का पानी हुआ स्वच्छ, लॉकडाउन बना वरदान

'को-बोट' मशीन का प्रयोग

'को-बोट' मशीन पूरी तरह से रिमोट से संचालित होती है. इस कारण कर्मियों को व्यक्तियों के नजदीक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. कोविड-19 समर्पित रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर में इलाजरत संक्रमित व्यक्तियों का एक-दूसरे व्यक्ति से संपर्क न हो, इससे बचाव के लिए हाइटेक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है. हाइटेक बेड चारों तरफ से ढका गया है, लेकिन बेड को हवादार बनाने के लिए ऊपरी सतह को जालीदार बनाया गया है. जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी न हो.

"टच फ्री हैंड वॉश यूनिट" की व्यवस्था

इस बेड की उपलब्धता के कारण पूरे कक्ष को साफ करने और सेनेटाइज करने में भी सफाई कर्मियों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. अस्पताल परिसर में सेवा में लगे चिकित्साकर्मी और सफाई कर्मियों को संक्रमण से बचाव के लिए मुख्य प्रवेश द्वार पर "टच फ्री हैंड वॉश यूनिट" और अस्पताल के कोविड वार्ड में प्रवेश करने से पहले और निकलने के पश्चात खुद को सेनेटाइज करने के लिए सेनेटाइजर कक्ष पहले ही स्थापित कर दिया गया है.

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में अब तक 10 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी संक्रमित व्यक्तियों का इलाज जिले के कोविड-19 समर्पित दक्षिण पूर्व रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर में किया जा रहा है. इलाज के दौरान संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.

कोरोना संक्रमण से बचाव

जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 'को-बोट', हाईटेक आइसोलेशन बेड, सेनेटाइजर कक्ष और कोविड-19 सैंपल कलेक्शन मोबाइल बूथ का निर्माण किया गया है. कोविड-19 अस्पताल में 'को-बोट' की मदद से व्यक्तियों तक भोजन, पानी, दवाई और आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवायी जा रही है.

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'को-बोट' मशीन का प्रयोग

'को-बोट' मशीन पूरी तरह से रिमोट से संचालित होती है. इस कारण कर्मियों को व्यक्तियों के नजदीक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. कोविड-19 समर्पित रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर में इलाजरत संक्रमित व्यक्तियों का एक-दूसरे व्यक्ति से संपर्क न हो, इससे बचाव के लिए हाइटेक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है. हाइटेक बेड चारों तरफ से ढका गया है, लेकिन बेड को हवादार बनाने के लिए ऊपरी सतह को जालीदार बनाया गया है. जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी न हो.

"टच फ्री हैंड वॉश यूनिट" की व्यवस्था

इस बेड की उपलब्धता के कारण पूरे कक्ष को साफ करने और सेनेटाइज करने में भी सफाई कर्मियों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. अस्पताल परिसर में सेवा में लगे चिकित्साकर्मी और सफाई कर्मियों को संक्रमण से बचाव के लिए मुख्य प्रवेश द्वार पर "टच फ्री हैंड वॉश यूनिट" और अस्पताल के कोविड वार्ड में प्रवेश करने से पहले और निकलने के पश्चात खुद को सेनेटाइज करने के लिए सेनेटाइजर कक्ष पहले ही स्थापित कर दिया गया है.

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