चाईबासा: कोयना वन क्षेत्र प्रमंडल के पत्थरबासा गांव से लगभग 2 किमी सुदूर जंगल में हाथी का एक मादा बच्चा मृत पाया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची और हाथी के बच्चे का शव बरामद किया.
वन विभाग ने शव के पोस्टमार्टम के बाद उसे जिस जगह से बरामद किया था वहीं दफना दिया. हाथी के बच्चे की मौत का कारण अभी पता नहीं चल सका है, लेकिन शव देख और दुर्गंध से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि हाथी की मौत लगभग 3-4 दिन पहले हुई है. ग्रामीण दबी जुवान से बोल रहे हैं कि हाथी को तीर से बींध(मार) दिया गया है, जिसके कारण उसकी मौत हो गई है.
कोयना वन क्षेत्र के पदाधिकारी विजय कुमार ने बताया पत्थरबासा के जंगल के अंकुआ कम्पार्टमेंट संख्या 3 में मृत हाथी मिला है, जिसे पोस्टमार्टम पोस्टमार्मट के बाद दफना दिया गया. उन्होंने बताया कि हाथी के बच्चे की मौत के कारण का अभी पता नही चल सका है, उसके शरीर पर कोई जख्म नहीं दिख रहा है, लेकिन हाथी के बच्चे के मुंह से कुछ झाग निकाला हुआ है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ पता चल सकेगा कि हाथी के बच्चे की कैसे मौत हुई है.
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सूत्रों के अनुसार पिछले दो दिनों से पत्थरबासा गांव में चर्चा थी कि चरवाहों ने जंगल मे एक मृत हाथी देखा है. इसकी सूचना वन विभाग को मिली तो वन विभाग की टीम ने मंगलवार की सुबह संभावित क्षेत्र में खोजबीन की. पत्थरबासा वनगोड़ा टोला से लगभग एक किमी दूर जंगल मे बरसाती नाला के किनारे मृत अवस्था में हाथी का बच्चा मिला, जिसके बाद वन विभाग ने तत्काल आगे की कार्रवाई शुरू कर दी. पशु चिकित्सक संजय घोलेटकर की टीम ले मृत्य हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कराया. फिर उसे पास में ही जेसीबी के सहारे दफना दिया गया. बताया जाता है कि पिछले तीन सालों में कोयना वन क्षेत्र में मृत जंगली हाथी मिलने की दूसरी घटना है. वहीं पोड़ाहाट वन प्रक्षेत्र में अबतक तीन हाथी मिलने का मामला सामने आ चुका है.