चाईबासाः पश्चिम सिंहभूम समाहरणालय स्थित सभागार में शिक्षा विभाग और कल्याण विभाग ने पहले से संचालित योजानाओं को लेकर एक समीक्षा बैठक की. जो उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में हुई. बैठक के बाद उपायुक्त ने बताया कि इस बैठक में विद्यालयों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति और शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सुधार से संबंधित चर्चा हुई.
उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान में संचालित ज्ञान सेतु कार्यक्रम के तहत बच्चों में प्रगति, शैक्षणिक सुधार और शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति की प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा. इसके साथ ही कुछ विद्यालयों में आयोजित होने वाली सप्ताहिक परीक्षा को जिले के दूसरे स्कूलों में भी शुरू करने की रणनीति बनाई गई है. विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं और बिजली, पेयजल, शौचालय को व्यवस्थित ढंग से सुनिश्चित करने के लिए और निरीक्षण करते हुए सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार अधिकारी (बीईओ)को सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
स्कूलों में बनायी जाएगी बायो फैंसिंग
उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार ने आवासीय बालिका विद्यालय और मुख्य मार्ग के पास स्थित विद्यालयों में सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्री वॉल बनाने के निर्देश दिए हैं. ऐसे विद्यालयों में ग्राम शिक्षा समिति/विद्यालय प्रबंधन समिति बायो फेंसिंग बनाने की योजना तैयार बनाई है.
14वें वित्त से स्कूलों में बनेगा बायो फैंसिंग
14वें वित्त आयोग की राशि का प्रयोग बायो फैंसिंग बनाने में किया जाएगा. आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद इस संबंध में सभी गांवों के मुखिया को स्कूलों में बायो फैंसिंग बनाने का निर्देश दिया जाएगा. जिससे बच्चों के साथ होने वाले किसी प्रकार के दुर्घटना पर पूर्ण रूप से अंकुश लग सके जाए. बैठक में कल्याण विभाग से संबंधित योजनाओं, छात्रवृत्ति योजना और साइकिल वितरण योजना की प्रगति प्रतिवेदन के साथ ही कल्याण विभाग के एकलव्य विद्यालय और दूसरे प्रशिक्षण केंद्रों की भी समीक्षा की गई.
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इस बैठक में उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन, अपर उपसमाहर्ता दिनेश यादव, आईटीडीए परियोजना निदेशक शशिभूषण मेहरा, जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर, जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक रंजन, जिला शिक्षा अधीक्षक अनिल चौधरी सहित सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और प्रखंड कल्याण पदाधिकारी उपस्थित रहे.