चाईबासा: शहर के उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में सोनुवा प्रखंड सभागार में सोनुवा प्रखंड में पंचायतवार संचालित विकास योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान उपायुक्त ने जिन योजनाओं में कमियां पाईं उन सभी योजनाओं में प्रगति लाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित करने को कहा है.
बैठक के बाद उपायुक्त ने बताया कि विकास कार्य का निरीक्षण करने के लिए जिला के वरीय पदाधिकारियों की टीम बनाई गयी थी. प्रति पंचायत 2 टीम का गठन करके 22 टीम बनाई गई. टीम की ओर से कार्यरत योजनाओं या पूर्व में पूर्ण हो चुकी योजनाओं का भी निरीक्षण रेंडमली सेलेक्ट करते हुए किया गया. सभी योजनाएं जो जिला से फंडेड योजना हैं, जैसे आकांक्षी जिला निधि योजना, डीएमएफटी फंड के तहत संचालित योजनाएं या अन्य कोई विभाग से संबंधित योजनाएं हों, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना इन सभी योजनाओं का निरीक्षण किया गया.
बकरी शेड निर्माण की भी जांच की गयी. गठित कमेटी की ओर से ससमय सुबह से लेकर अभी तक जांच की जा रही थी. तत्पश्चात शाम में समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. प्रखंड स्तर पर जो सुधार लाने की आवश्यकता है, उस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुछ जगहों पर एक बेनेफिसरी की जगह दूसरी बेनेफिसरी ने लिया है. जहां शंका हो वहां सख्ती से जांच करने के लिए जिला उपायुक्त की ओर से निर्देशित किया गया. कुछ स्थानों पर मनरेगा योजना के तहत कार्य न होने के बावजूद भुगतान होने का मामला आया है. उसकी जांच करते हुए संबंधित व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया.
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जिला उपायुक्त की ओर से धरातल पर चलने वाली योजनाओं से संबंधित पदाधिकारियों से सुझाव भी लिया गया. कुछ जगह पर रोड खराब थे, जिसे स्थल निरीक्षण के दौरान देखा गया. जहां रोड का निर्माण होने से आम जनमानस को काफी सुविधा होगी. कुछ जगह में पेयजल की कमी का उल्लेख किया गया. वैसे सभी कार्यों को जिला विकास निधि से पूर्ण किया जाएगा. जिन योजनाओं में कमियां पाई गई हैं, उन सभी योजनाओं में प्रगति लाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया जाएगा.
जिला उपायुक्त ने कहा कि प्रारंभ सोनुवा प्रखंड से किया गया है. इसी तरह की जांच पूरे प्रखंड में टीम बनाकर की जाएगी. सोनुवा प्रखंड के बाद शेष 17 प्रखंड में भी यह कार्य किया जायेगा. आगामी 2 हफ्तों के भीतर जिला के किसी अन्य प्रखंड में भी इसी प्रकार की जांच की जाएगी. इसी प्रकार लगातार क्रम को बढ़ाते हुए महीना में जिला के दो प्रखंड को चिन्हित करते हुए क्षेत्र में जो भी कमियां हैं, उसे दूर करने का काम किया जाएगा.
बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी चक्रधरपुर, सहायक उप समाहर्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनुवा और अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे.