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कोरोना वायरसः चाईबासा जेल में कैदी बना रहे हैं मास्क, सैनिटाइजर बनाने की भी तैयारी

कोरोना को लेकर प्रदेश में मास्क व सैनिटाइजर की मांग में कई गुना वृद्धि हो गई है. इसी क्रम में चाईबासा जेल में कैदी मास्क बना रहे हैं. कैदियों द्वारा जल्द ही सैनिटाइजर बनाने की भी योजना है.

चाईबासा
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Published : Mar 19, 2020, 7:30 PM IST

Updated : Mar 19, 2020, 7:50 PM IST

चाईबासा: प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. इसके चलते राज्य में मास्क की मांग में कई गुना वृद्धि हो गई है. बाजार में मांग के अनुरुप मास्क नहीं मिल रहे हैं. कुछ जगह मास्क की कालाबाजारी की शिकायत भी सामने आई है. हालांकि सरकार इससे इंकार कर रही है.

जेल में कैदी बना रहे हैं मास्क.

मास्क की भारी मांग को देखते हुए अब चाईबासा जेल में भी कैदियों द्वारा मास्क बनाए जा रहे हैं. इसका उपयोग जेल के सभी कर्मचारी फिलहाल कर रहे हैं. अभी तक जेल के बंदियों के द्वारा 300 से अधिक मास्क बनाए जा चुके हैं. इसके साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी बनाने का प्रयास बंदियों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि इससे संबंधित केमिकल या विधि अब तक नहीं मिल सकी है, जिस कारण बंदी हैंड सैनिटाइजर नहीं बना सके हैं.

सैनिटाइजर से संबंधित केमिकल और विधि की उपलब्धता होने के बाद जेल के बंदी भी सैनिटाइजर बना सकेंगे. चाईबासा मंडल कारागार में अभी तक कोई कोरोना वायरस के संक्रमण का केस नहीं आया है, फिर भी एहतियात के तौर पर जेल प्रशासन अपनी पूरी व्यवस्था कर रहा है. जेल परिसर के विस्तारित खंड में स्थित अस्पताल को पूरी तरह से कोरोना वायरस से बचाव के लिए अलग कर रखा गया है.

परिजनों की मुलाकात पर रोक

दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी देख राज्य सरकार कड़े कदम उठा रही है. इसी के तहत जारी आदेश के बाद पश्चिम सिंहभूम स्थित चाईबासा कारा मंडल में बंद बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात को बंद करने का आदेश निकाला गया है.

यह आदेश कोरोना के संक्रमण का खतरा समाप्त होने तक लागू किया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए चाईबासा कारा मंडल द्वारा बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात करने पर रोक लगा दी है.

जेल प्रशासन द्वारा विकल्प के रूप में बंदियों से उनके परिजन ई-मुलाकात जारी रखा गया है. परिजन जेल में बंद परिवार के सदस्य से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र के जरिए ही मुलाकात नियमानुसार कर सकेंगे.

बता दें कि सामान्य दिनों में 50 से 60 लोग प्रतिदिन जेल में बंद बंदी से मुलाकात करने के लिए मंडल कारा चाईबासा पहुंचते हैं. राज्य सरकार द्वारा निर्गत आदेश के बाद मंगलवार से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई है.

जब तक कोरोना वायरस का संक्रमण कम या खत्म नहीं हो जाता तब तक अगले आदेश तक यह व्यवस्था प्रभावी रहेगी. बंदियों के परिजन ई मुलाकात के जरिए ही बंदी से बात कर सकेंगे.

जेलर विशाल गोप ने बताया कि कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए फिलहाल मुलाकात करने पर रोक लगा दी गई है. विकल्प के तौर पर बंदी से परिजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रज्ञा केंद्र से मुलाकात कर सकते हैं.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर भी रोक

उन्होंने कहा कि चाईबासा कारा मंडल में नियुक्त सभी जेल कर्मचारी के बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी जेल कर्मियों को मास्क, दस्ताने एवं सैनिटाइजर दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः कोरोना इफेक्टः रामगढ़ न्यायालय में सिर्फ अति आवश्यक कार्य होंगे, जारी हुए निर्देश

कोरोना वायरस से बचाव के लिए हरसंभव प्रयास जेल प्रशासन कर रही है. इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को कोरोना वायरस के रोकथाम के सुझाव का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने बताया कि जेल में भी आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें जेल में आने वाले नए बंदियों को 15 दिनों तक आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. इस दौरान अगर किसी को भी कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देने पर ही सामान्य बंदियों के वार्ड में भेजा जा रहा है.

चाईबासा: प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. इसके चलते राज्य में मास्क की मांग में कई गुना वृद्धि हो गई है. बाजार में मांग के अनुरुप मास्क नहीं मिल रहे हैं. कुछ जगह मास्क की कालाबाजारी की शिकायत भी सामने आई है. हालांकि सरकार इससे इंकार कर रही है.

जेल में कैदी बना रहे हैं मास्क.

मास्क की भारी मांग को देखते हुए अब चाईबासा जेल में भी कैदियों द्वारा मास्क बनाए जा रहे हैं. इसका उपयोग जेल के सभी कर्मचारी फिलहाल कर रहे हैं. अभी तक जेल के बंदियों के द्वारा 300 से अधिक मास्क बनाए जा चुके हैं. इसके साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी बनाने का प्रयास बंदियों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि इससे संबंधित केमिकल या विधि अब तक नहीं मिल सकी है, जिस कारण बंदी हैंड सैनिटाइजर नहीं बना सके हैं.

सैनिटाइजर से संबंधित केमिकल और विधि की उपलब्धता होने के बाद जेल के बंदी भी सैनिटाइजर बना सकेंगे. चाईबासा मंडल कारागार में अभी तक कोई कोरोना वायरस के संक्रमण का केस नहीं आया है, फिर भी एहतियात के तौर पर जेल प्रशासन अपनी पूरी व्यवस्था कर रहा है. जेल परिसर के विस्तारित खंड में स्थित अस्पताल को पूरी तरह से कोरोना वायरस से बचाव के लिए अलग कर रखा गया है.

परिजनों की मुलाकात पर रोक

दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी देख राज्य सरकार कड़े कदम उठा रही है. इसी के तहत जारी आदेश के बाद पश्चिम सिंहभूम स्थित चाईबासा कारा मंडल में बंद बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात को बंद करने का आदेश निकाला गया है.

यह आदेश कोरोना के संक्रमण का खतरा समाप्त होने तक लागू किया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए चाईबासा कारा मंडल द्वारा बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात करने पर रोक लगा दी है.

जेल प्रशासन द्वारा विकल्प के रूप में बंदियों से उनके परिजन ई-मुलाकात जारी रखा गया है. परिजन जेल में बंद परिवार के सदस्य से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र के जरिए ही मुलाकात नियमानुसार कर सकेंगे.

बता दें कि सामान्य दिनों में 50 से 60 लोग प्रतिदिन जेल में बंद बंदी से मुलाकात करने के लिए मंडल कारा चाईबासा पहुंचते हैं. राज्य सरकार द्वारा निर्गत आदेश के बाद मंगलवार से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई है.

जब तक कोरोना वायरस का संक्रमण कम या खत्म नहीं हो जाता तब तक अगले आदेश तक यह व्यवस्था प्रभावी रहेगी. बंदियों के परिजन ई मुलाकात के जरिए ही बंदी से बात कर सकेंगे.

जेलर विशाल गोप ने बताया कि कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए फिलहाल मुलाकात करने पर रोक लगा दी गई है. विकल्प के तौर पर बंदी से परिजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रज्ञा केंद्र से मुलाकात कर सकते हैं.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर भी रोक

उन्होंने कहा कि चाईबासा कारा मंडल में नियुक्त सभी जेल कर्मचारी के बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी जेल कर्मियों को मास्क, दस्ताने एवं सैनिटाइजर दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः कोरोना इफेक्टः रामगढ़ न्यायालय में सिर्फ अति आवश्यक कार्य होंगे, जारी हुए निर्देश

कोरोना वायरस से बचाव के लिए हरसंभव प्रयास जेल प्रशासन कर रही है. इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को कोरोना वायरस के रोकथाम के सुझाव का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने बताया कि जेल में भी आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें जेल में आने वाले नए बंदियों को 15 दिनों तक आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. इस दौरान अगर किसी को भी कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देने पर ही सामान्य बंदियों के वार्ड में भेजा जा रहा है.

Last Updated : Mar 19, 2020, 7:50 PM IST
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