चाईबासा: टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट के अधीन कार्यरत ठेका कंपनी डायनेमिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में कार्यरत मजदूर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर घाटकुड़ी विजय-टू खदान परिसर में संचालित क्रशर प्लांट को चार दिनों से बंद कर आंदोलन पर उतर गए हैं. ठेका कंपनी के अधिकारियों से वार्ता न होने के कारण कर्मचारी अब भी हड़ताल पर हैं और जब तक प्रबंधन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता है, तब तक कर्मचारियों ने हड़ताल पर रहने का मन बनाया है.
कई मांगों पर अड़े मजदूर
मजदूरों ने बताया कि ठेका कंपनी के समक्ष बीस फीसदी वार्षिक पूजा बोनस देने को लेकर इसी साल सितंबर महीने में ठेका कंपनी के विरोध में हड़ताल की गई. अवधि सात दिनों की मजदूरी देने, 17 अक्टूबर के दिन विश्वकर्मा पूजा के दिन की वेतन देने, इस बार 24 अक्टूबर से शुरू कर बातचीत होने तक हड़ताल अवधि की वेतन देने, साल में 18 दिनों की ईएल अवकाश देने, एरियर सुविधा देने के अलावा खदान में ड्यूटी के दौरान लगे धूलकण के एवज में सुविधा देने, जलपान के लिए कैंटीन व्यवस्था और महीने में मिलने वाले वेतन मद की राशि को बैंक खाते में जमा करने के पहले टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट कंपनी कार्यालय अधिकारियों के समक्ष सार्वजनिक करने की मांग शामिल हैं.
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ठेका कंपनी के खिलाफ असंतोषजनक वार्ता
कर्मचारियों ने बताया कि ठेका कंपनी के ठेकेदार ने उन लोगों को धमकी दी है कि अगर वो आंदोलन समाप्त कर काम पर नहीं लौटते हैं तो सभी को पुलिस बुलाकर जेल भेजा जाएगा. इस बार ठेका कंपनी के खिलाफ संतोषजनक वार्ता नहीं होने तक आर या पार की लड़ाई लड़ी जाएगी.
वार्ता होने तक क्रशर प्लांट कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा. महीने की सैलरी भी केवल 12 हजार रुपए भुगतान करती है. डायनेमिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक रंजीत सिंह ने बताया कि हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से बातचीत के लिए सोमवार को गए थे. उन्हें हमने 8.33 फीसदी वार्षिक बोनस देने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन वे लोग 20 फीसदी की मांग पर अड़े हैं. फिलहाल वार्ता में विलंब हो सकता है.