रांची/चाईबासा: राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा आहूत पेट्रोल और डीजल की अप्रत्याशित मूल्यवृद्धि के खिलाफ में पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय के सदर अनुमंडल कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर सिंहभूम की सांसद गीता कोडा, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू आदि आयोजित धरने में शामिल हुए. धरने के दौरान कांग्रेसी पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर बरसे. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा सरकार की खामियों को गिनाया. इसके साथ ही सिंहभूम के सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने साइकिल चलाकर विरोध भी जताया.
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इस दौरान सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने केंद्र की भाजपा एनडीए समर्थित सरकार को जनविरोधी सरकार बताया. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि सरकार पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में वृद्धि कर आम जनता को आर्थिक बोझ के तहत दबाना चाहती है. पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्य वृद्धि होने से सभी सामानों के दाम स्वतः ही बढ़ जाएंगे और किसानों को भी महंगाई का सामना करना पड़ेगा. सांसद गीता कोड़ा ने बताया कि सरकार की यह नीति जनविरोधी नीति है, क्योंकी इस लॉकडाउन में लोगों की आर्थिक स्थिति वैसे ही खराब हो गई है. अब तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से छात्र-छात्राओं सहित किसानों को भी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोरोना संकटकाल में सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई. सभी कार्यकर्ता एक साथ ऐसे बैठर नजर आए.
पाकुड़ में भी प्रदर्शन
पाकुड़ जिले में भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सिद्धो कान्हू मुर्मू पार्क के निकट धरना दिया. इस मौके पर कांग्रेस के पार्टी के पूर्व विधायक राजेश रंजन मुख्य रूप से थे. इस दौरान पूर्व विधायक राजेश रंजन ने कहा कि देश आजाद होने के बाद कभी भी डीजल का दर पेट्रोल से ज्यादा नहीं हुई थी, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में डीजल का रेट बढ़ गया. इस कारण, आम लोग, व्यवसायी के अलावा किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पूर्व विधायक ने कहा कि इसी के विरोध में कांग्रेस पार्टी पूरे झारखंड में धरना प्रदर्शन कर रही है और आगे भी ये आंदोलन चलता रहेगा.
मधु कोड़ा भी उतरे सड़क पर
सरायकेला जिले में उपायुक्त कार्यालय परिसर में सोमवार को पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि के खिलाफ जिला अध्यक्ष छोटराय किस्कु की अध्यक्षता में सरायकेला-खरसावां जिला कांग्रेस कमेटी ने एक दिवसीय जनाक्रोश धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया. इसमें स्थानीय सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने भाग लिया. धरना-प्रदर्शन के बाद एक शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर संसद गीता कोड़ा ने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल की बेतहासा मूल्यवृद्धि के खिलाफ कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी के आह्वान पर आज पूरे राज्य के मुख्यालय में कांग्रेस ने जनाक्रोश धरना-प्रदर्शन आयोजित कर विरोध जताते हुए उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन में जनता बेरोजगार हो गई है और मंहगाई का दंश झेल रही है. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि देश में जबसे भाजपा की सरकार आई है जनता बेहाल है. उन्होंनें कहा कि केंद्र सरकार ने मंहगाई कम करने के बदले पेट्रोल -डीजल की मूल्यवृद्धि कर रही है, जिससे किसान, व्यपारी एवं आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है.
जामताड़ा अनुमंडल कार्यालय के पास धरना
जामताड़ा जिले में पेट्रोल-डीजल में मूल्यवृद्धि को लेकर विरोध में जामताड़ा अनुमंडल कार्यालय के समक्ष स्थानीय कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया. कीमत वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा. धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के पार्टी कार्यकर्ता समर्थकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि को वापस लेने की मांग धरना प्रदर्शन कर रहे पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे थे.
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पलामू में भी धरना
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस ने पलामू में धरना दिया. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के छह मुहान पर धरना दिया गया. कोरोना वायरस के कारण जारी गाइडलाइन के बीच कांग्रेस ने धरना दिया है. करीब एक घंटे के धरने के बाद कांग्रेस नेता पलामू समाहरणालय पंहुचे और डीसी को ज्ञापन दिया. धरना के दौरान कांग्रेस के पलामू ज़िला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में पेट्रोल डीजल कीमत 09 रुपये बढ़ गई है. एक तरफ कोरोना महामारी के कारण मध्यमवर्ग संकट में है. वहीं, पेट्रोल डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान किसान भी खेती की शुरुआत करते हैं. किसान बड़ी संख्या में डीजल पंप का इस्तेमाल करते हैं. डीजल की बढ़ती कीमतों ने किसानों के माथे पर भी बल ला दिया है. उन्होंने कहा कि लगातार पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ने के कारण जरूरत की वस्तुएं भी महंगी होंगी.
देशभर में हो रहा प्रदर्शन
देश भर में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों को लेकर आज कांग्रेस जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रही है. कोरोना महामारी के बीच पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि पर कांग्रेस ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से दिल्ली, अहमदाबाद, पटना, हैदराबाद, झारखंड समेत कई शहरों में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. 30 जून से चार जुलाई तक राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में भी प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. बता दें कि बीते 21 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमत तेजी से बढ़ी और इन दिनों में पेट्रोल की कीमत में 9.12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई तो वहीं डीजल के दाम 11.01 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए. हालांकि तेल की कीमतों की उछाल पर रविवार को ब्रेक लगा. रविवार को एक भी पैसे की बढ़ोतरी नहीं कर आम आदमी को थोड़ी राहत दी. वहीं, देश भर में पेट्रोल और डीजल के दामों में सोमवार को भी तेजी आई. दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल के दाम में 5 पैसे का उछाल आया है. इससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 80.43 रुपये प्रति लीटर हो गई है. वहीं, डीजल की कीमत में भी 13 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है. इस बढ़ोत्तरी से दिल्ली में डीजल की कीमत 80.53 रुपये प्रति लीटर हो गई है. इससे पहले रविवार को पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े थे.