चाईबासा: चक्रधरपुर के हिंदूवादी युवा नेता कमल देवगिरि हत्याकांड (Chakradharpur Kamaldev massacre) के बाद उनके शव का रविवार को पोस्टमार्टम किया गया. शव को लाने के क्रम में पवन चौक पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. जिसमे कई लोग घायल हो गए. हालांकि पुलिस ने हालात को संभाल लिया.
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चक्रधरपुर में तनाव के बाद पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल और एसपी आशुतोष शेखर चक्रधरपुर पहुंच गये हैं. पोस्टमार्टम के बाद लोगों ने शव को पवन चौक पर रखा, वहां पहले से ही लगभग तीन हजार लोगों की भीड़ जमा थी. शव लाने के क्रम में लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसी दौरान वहां एक गुट की तरफ से अचानक पथराव होने लगा. जिसके बाद दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई. भीड़ ने आधा दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की. भीड़ ने एक पुलिस वाहन को भी तोड़ डाला. इस दौरान कुछ देर तक पुलिस जवान मुखदर्शक बने रहे, बाद में रैपिड एक्शन फोर्स को आदेश दिया गया और भीड़ पर लाठी चार्ज किया गया और भीड़ तीतर बित्तर हो गई. इस दौरान कुछ लोगों को चोटें आई हैं.
आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया और आंसू गैस दागी गई. पुलिस को भी स्थिति नियंत्रण करने में भारी मशक्कत करनी पड़ी. जिसके बाद कमल देव गिरि के शव को अंत्येष्टि के लिए श्मशान ले जाया गया. वर्तमान में चक्रधरपुर शहर की स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में कर रखा है.
इस दौरान अनुमंडल अस्पताल परिसर में पोड़ाहाट एसडीओ रीना हांसदा, चाईबासा हेडक्वार्टर डीएसपी सुधीर कुमार, चाईबासा इंस्पेक्टर परवीन कुमार, चक्रधरपुर थाना प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद, चक्रधरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा, अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो सहित सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस के जवान तैनात थे.