चाईबासा: भाकपा माओवादियों ने ग्रामीणों को पोस्टर जारी कर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस बचने के लिए ग्रामीणों ढाल बना रही है. माओवादियों ने पोस्टर जारी कर कहा कि पुलिस ग्रामीणों का इस्तेमाल, खुद की जान बचाने के लिए कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि कोई भी जंगल में केंदू पत्ता या लकड़ी तोड़ने नहीं जाएं. पूरे जंगल में बूबी ट्रैप और अनियंत्रित माइन बिछे हुए हैं. इसकी चपेट में आ सकते हैं. ऐसे में अगर कोई भी पुलिस की बातों में आते हैं तो वे खुद अपनी जान गंवाने के लिए जिम्मेदार होंगे.
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पहले पर्चे में क्या कहा: प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के दक्षिण जोनल कमेटी ने दो पोस्टर जारी किया है. नक्सलियों ने जारी पोस्टर में पुलिस पर कई आरोप लगाए हैं. उसमें कहा गया है कि कोल्हान वन क्षेत्र में जारी बर्बर पुलिसिया दमन अभियान के प्रतिरोध के लिए पुलिस आने-जाने वाले रोड में, जंगल-पहाड़ों पर, जंगल जाने वाले रास्ते, पगडंडियों (पैदल रास्तों) पर और झाड़ियों में जहां-तहां अनियंत्रित माइन या बुबी ट्रैप बिछा है. इसलिए ग्रामीण, लकड़हारे, केंदू पत्ता तोड़ने वाले और चरवाहों से अपील है कि जंगल पहाड़ों पर ना जाएं. इस आदेश का अक्षरशः पालन करें. इस आदेश का उल्लंघन कर जंगल-पहाड़ जाने से बूबी ट्रैप की चपेट में आकर क्षणभर में जान जा सकती है या बुरी तरह से घायल हो सकते हैं. पोस्टर में कहा गया है कि इस चेतावनी के बाद भी अगर कोई जंगल में जाता है तो उसके जिसके जिम्मेदार वह खुद होगा. इसके अलावा सरकार व विधि कुमार विरदी, अजय लिंडा, आशुतोष शेखर जिम्मेदार होंगे. पीएलजीए व भाकपा (माओवादी) नहीं होगी.
दूसरे पोस्टर में क्या कहा: वहीं दूसरे पोस्टर में नक्सलियों ने कहा है कि 27 मई 2023 से ग्राम तुम्बाहाका और ग्राम मारादीरी में पुलिस आकर दोनों गांव के ग्रामीणों को अपने कब्जे में ले लिया है. जबकि पुलिस खुद को पहले से ही बुबीट्रैप और स्पाइक हॉल से घिरकर फंसे हुए हैं. इस दौरान अपने-आप को बचाने के लिए ग्रामीणों को अपनी ढाल बनाकर उन्हें बूबीट्रैप और स्पाइक हॉल का शिकार बना रही है, साथ ही अपनी कायरता को निर्लज्जता से छिपाकर हमारे ही ऊपर इसके सारे दरोमदार माड़ते रही है.