ETV Bharat / state

स्ट्रॉबेरी उत्पादन के बाजारीकरण का शुभारंभ, डीसी-एसपी ने किसानों को किया प्रोत्साहित - चाईबासा में स्ट्रॉबेरी उत्पादन

पश्चिम सिंहभूम जिले मे भी अब स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है. जेएसएलपीएस और प्रशासन के प्रयास से इसे बाजार देने की कवायद शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में जिला डीसी और एसपी ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए पांच प्रगतिशील महिला किसानों को प्रोत्साहित किया.

Administration inaugurates marketization of strawberry production in chaibasa
डीसी-एसपी ने किसानों को किया प्रोत्साहित
author img

By

Published : Feb 17, 2021, 2:15 AM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम में भी अब स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है, खेतों में लाल स्ट्रॉबेरी का फल लहलहा रहा है. तांतनगर प्रखंड के विभिन्न गांव के 5 प्रगतिशील महिला किसान ने ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के सौजन्य से संचालित जेएसएलपीएस के तहत महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना से जुड़कर सुक्ष्म टपक सिंचाई परियोजना के माध्यम से स्ट्रॉबेरी की खेती का अभिनव प्रयास कुल 6,500 टिशू कल्चर स्ट्रॉबेरी किस्म के पौधा का बागवानी कर रही हैं. महिला किसान सुनाय चातर (काठभारी), शंकरी कुंटिया (चिरची), रानी कुंकल (टांगरपोखरिया), सुनिता सामड (गितिलादर) एवं पार्वती कुंकल (टांगरपोखरिया) शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें- भाकपा माओवादी अनमोल दा दस्ते का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार, गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

इन महिला किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती कुल 75 डिसमिल जमीन में प्रारंभ किया है. वैज्ञानिक खेती के साथ ही समय-समय पर तकनीकी सहायता एवं बेहतर विनिमय प्रणाली की श्रृंखला को विकसित करते हुए महिला किसानों को अच्छी आमदनी दिला कर उनके आजीविका को गति प्रदान किया जा रहा है.

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा

इस संबंध में जानकारी देते हुए जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेंद्र जारीका ने बताया कि जिला में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्ट्रॉबेरी की खेती कि विधि की जानकारी महिला किसानों को उपलब्ध करवाया गया. जिनमें 5 प्रगतिशील महिला किसानों ने रुचि दिखाते हुए स्ट्रॉबेरी की खेती सुक्ष्म टपक सिंचाई के माध्यम से प्रारंभ किया. समय-समय पर इन किसानों को वैज्ञानिक खेती एवं आधुनिक तकनीक सहायता प्रदान किया गया. उसके बाद उत्पादन के फलस्वरुप औसतन 300 रुपए प्रति किलो इसका बाजारीकरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रगतिशील महिला किसानों के उत्साहवर्धक परिणाम के फलस्वरुप स्ट्रॉबेरी की खेती को आगे भी अन्य किसानों को प्रेरित करते हुए इसमें जोड़ने की कवायद प्रारंभ की गई है.

महिला किसानों को डीसी-एसपी ने किया प्रोत्साहित

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और इन पांचों प्रगतिशील महिला किसानों को प्रोत्साहित करते हुए, पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, तांतनगर अनंत कुमार ने उत्पादन के बाजारीकरण के प्रयास को बल देते हुए सुनाय चातर एवं शंकरी कुंटिया से स्टॉबेरी खरीदी.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम में भी अब स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है, खेतों में लाल स्ट्रॉबेरी का फल लहलहा रहा है. तांतनगर प्रखंड के विभिन्न गांव के 5 प्रगतिशील महिला किसान ने ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के सौजन्य से संचालित जेएसएलपीएस के तहत महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना से जुड़कर सुक्ष्म टपक सिंचाई परियोजना के माध्यम से स्ट्रॉबेरी की खेती का अभिनव प्रयास कुल 6,500 टिशू कल्चर स्ट्रॉबेरी किस्म के पौधा का बागवानी कर रही हैं. महिला किसान सुनाय चातर (काठभारी), शंकरी कुंटिया (चिरची), रानी कुंकल (टांगरपोखरिया), सुनिता सामड (गितिलादर) एवं पार्वती कुंकल (टांगरपोखरिया) शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें- भाकपा माओवादी अनमोल दा दस्ते का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार, गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

इन महिला किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती कुल 75 डिसमिल जमीन में प्रारंभ किया है. वैज्ञानिक खेती के साथ ही समय-समय पर तकनीकी सहायता एवं बेहतर विनिमय प्रणाली की श्रृंखला को विकसित करते हुए महिला किसानों को अच्छी आमदनी दिला कर उनके आजीविका को गति प्रदान किया जा रहा है.

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा

इस संबंध में जानकारी देते हुए जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेंद्र जारीका ने बताया कि जिला में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्ट्रॉबेरी की खेती कि विधि की जानकारी महिला किसानों को उपलब्ध करवाया गया. जिनमें 5 प्रगतिशील महिला किसानों ने रुचि दिखाते हुए स्ट्रॉबेरी की खेती सुक्ष्म टपक सिंचाई के माध्यम से प्रारंभ किया. समय-समय पर इन किसानों को वैज्ञानिक खेती एवं आधुनिक तकनीक सहायता प्रदान किया गया. उसके बाद उत्पादन के फलस्वरुप औसतन 300 रुपए प्रति किलो इसका बाजारीकरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रगतिशील महिला किसानों के उत्साहवर्धक परिणाम के फलस्वरुप स्ट्रॉबेरी की खेती को आगे भी अन्य किसानों को प्रेरित करते हुए इसमें जोड़ने की कवायद प्रारंभ की गई है.

महिला किसानों को डीसी-एसपी ने किया प्रोत्साहित

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और इन पांचों प्रगतिशील महिला किसानों को प्रोत्साहित करते हुए, पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, तांतनगर अनंत कुमार ने उत्पादन के बाजारीकरण के प्रयास को बल देते हुए सुनाय चातर एवं शंकरी कुंटिया से स्टॉबेरी खरीदी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.