चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के एक गांव में एक ही परिवार के पांच लोग 14 जुलाई से रहस्यमय ढंग से लापता हैं. परिजनों ने इनको तलाशने के लिए स्थानीय थाने से प्रशासन तक से गुहार लगाया पर ध्यान नहीं दिया गया. पीड़ितों ने अफसरों का ध्यान खींचने के लिए धरना-प्रदर्शन भी किया पर सुनवाई नहीं हुई. आखिरकार स्थानीय प्रशासन का इकबाल डिग गया और पीड़ित मंगलवार को बाईहातू से करीब 140 किलोमीटर दूर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाने पैदल ही रांची के लिए रवाना हो गए.
हाथों में बैनर लिए परिजन रवाना
दरअसल, जिले के टोंटो प्रखंड के बाईहातू गांव में रहने वाले कैरा लागूरी उनकी पत्नी और 3 बच्चे 14 जुलाई से रहस्यमय ढंग से लापता हैं. लागूरी के परिवार के दूसरे सदस्यों ने उनकी तलाश करने और न्याय की मांग को लेकर पुलिस-प्रशासन के अफसरों के कई बार चक्कर लगाए पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. चार माह बाद भी उनके परिवार के लोगों का कोई पता नहीं लगा है. आखिरकार थक हार कर कैरा लागुरी के परिवारवालों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाने की योजना बनाई है, ताकि अब भी उनकी गुहार सुन ली जाय. इसी को लेकर मंगलवार को परिवार के कई सदस्य हाथों में बैनर लिए पैदल ही सोए हुए प्रशासन को जगाने के लिए चाईबासा से पैदल ही रांची के लिए रवाना हुए.
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हत्या की आशंका
रांची रवाना हो रहे परिवार के छह सदस्यों का कहना है कि पुलिस-प्रशासन को कई बार मामले की सूचना दी गई पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं देता. परिजनों को आशंका है कि कैरा लागूरी, उसकी पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी गई होगी और शव छिपा दिया गया होगा. उनको पड़ोस के कुछ लोगों के इसमें शामिल होने का शक है. पीड़ितों का कहना है कि पुलिस को इसकी जानकारी दी गई है पर पुलिस पड़ोसियों से पूछताछ करने तक की जहमत नहीं उठा रही है.