लातेहार, बोकारो: जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मंगलवार को पुण्यतिथि है. इसी के तहत कई जिले में इनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया. इसी के साथ जिले में भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया गया.
बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई पुण्यतिथि
जिले में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को मनाया गया. जिला कार्यालय के साथ बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय के विजय नगर स्थित कस्तूरबा भवन में मंडल कमेटी की तरफ से श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया.
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श्यामा प्रसाद मुखर्जी के मार्ग पर चलने का संकल्प
मंडल अध्यक्ष ईश्वरी सिंह के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया. साथ ही उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही बलिदान दिवस मनाते हुए मंडल अध्यक्ष समेत पार्टी के कई पदाधिकारियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन के संघर्षों को याद किया. वहीं उनके देश के हित में किए गए मार्ग पर चलने का सभी ने संकल्प लिया गया.
चंदनकियारी में श्याम प्रसाद मुखर्जी को दी गई श्रद्धांजलि
चंदनकियारी के विधायक अमर कुमार बाउरी के आवासीय कार्यालय मे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर उनको याद किया है. साथ ही उनके कार्यों को याद किया गया.
भारत की एकता के लिए किया जीवन समर्पित
मौके पर सांसद प्रतिनिधि नारायण साव ने कहा कि हमारे देश में पूर्व में एक देश, दो निशान और दो विधान चलता था, जिसका श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पुरजोर विरोध किया. भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने ने ही सर्वप्रथम भारत के हित में एक देश, एक विधान और एक निशान का नारा दिया. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विराम लगाते हुए धारा 370 और 35 ए को हटाकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी है.
मौके पर अनुकूल ओझा, गोपाल दास, निमाई लाल माहथा, संजय सिंह, बिनोद गोराई, रसराज महतो, राखहरि माहथा, सुकोमल पाल, मृत्युंजय मुखर्जी, नाडू गोपाल दत्त, अशोक शर्मा,सृष्टिधर बाउरी, चिन्मय चौधरी, राकेश माहथा, अजित धर, बलराम दास, आदि उपस्थित रहे.