रांचीः रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में झारखंड के सात विश्वविद्यालय के 136 बीएड कॉलेजों में दाखिले को लेकर छात्रों का काउंसलिंग हुआ. काउंसलिंग की तारीख खत्म होने के बाद भी काफी संख्या में सीट खाली रह गई. संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए 100 अंकों का एंट्रेंस टेस्ट लिया था.
13 हजार 600 सीटों के लिए काउंसलिंग
परीक्षा में 18 हजार 633 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. शिक्षा विभाग ने आरयू प्रशासन को काउंसलिंग की जिम्मेदारी सौंपी थी. राज्य के 4 सरकारी बीएड कॉलेजों और विभिन्न विश्वविद्यालयों से संबद्धता प्राप्त 132 कॉलेजों की 13 हजार 600 सीटों के लिए 18 हजार 633 अभ्यर्थियों में सिर्फ 10 हजार 795 अभ्यर्थियों ने ही काउंसलिंग में हिस्सा लिया. काउंसलिंग की तारीख पहले 15 जुलाई से 27 जुलाई तक निर्धारित थी. विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने 28 जुलाई को भी काउंसलिंग रखा.
अंतिम दिन भी हजारो सीटें खाली
काउंसलिंग के अंतिम दिन भी हजारों सीटें खाली रह गईं. इसमें 6 हजार 489 ओपन कैटेगरी के लिए सीट उपलब्ध थी. बीसी-1 मे 890, बीसी -2 मे 635, एससी कैटेगरी में 634 सीट और एसटी में 2 हजार 147 सीटों पर कुल 10 हजार 795 सीटें फुल हो गई. वहीं 2 हजार 805 सीटें रिक्त रह गए. इन रिक्त पड़े सीटों के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने उच्च शिक्षा विभाग को अवगत करा दिया है. अब उच्च शिक्षा विभाग जो भी निर्णय लेगी, उसी अनुसार कॉलेजों में नामांकन लिया जाएगा.
काउंसलिंग समिति सदस्यों ने विद्यार्थियों का किया सहायता
15 जुलाई से 28 जुलाई तक हुई इस काउंसलिंग के दौरान विवि प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दिया गया. हालांकि विभाग द्वारा सौंपे गए डाटा में कमियों के कारण विवि प्रशासन को परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा. रैंक के आधार पर कॉउंसलिंग हुई. तमाम अभ्यर्थी संतुष्ट दिखे. वहीं एक गरीब अभ्यर्थी को काउंसलिंग समिति के सदस्यों द्वारा रजिस्ट्रेशन और रहने तक के पैसे दिए गए.