सरायकेला: झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाला मामले में सीआईडी ने तत्कालीन बैंक कैशियर के मुख्य सहयोगी कौशल कुमार सिन्हा को शनिवार को गिरफ्तार किया. इसके पूर्व 24 जून को सीआईडी तत्कालीन बैंक कैशियर मनसाराम महतो को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया था.
झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक लोन घोटाला
इस मामले में के मुख्य आरोपी तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सत्पथी को सीआईडी की टीम ने पहले ही गिरफ्तार किया है. झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाले में सीआईडी के अनुसंधान में बात सामने आई थी. सुनियोजित साजिश के तहत कौशल कुमार सिन्हा अपनी कंपनी सौरभ इंजीनियरिंग वर्क्स के खाता (संख्या 1000207) का प्रयोग मुख्य अभियुक्त को राशि स्थानांतरित करने के लिए किया था. इस खाते में करीब 37.75 लाख रुपये मुख्य अभियुक्त के खाता संख्या 1037-50135 में स्थानांतरित किए गए. शेष राशि 4.72 लाख रुपये का उपयोग कौशल कुमार ने स्वयं ही कर लिया था.
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केस की सीआईडी कर रही है मॉनिटिरिंग
बता दें कि कांड के मुख्य अभियुक्त के फर्म पिंटू इंजीनियरिंग में कौशल कुमार सिन्हा एक निदेशक के रूप से नामांकित है. इस प्रकरण को सीआईडी ने 2 मई को अपने चार्ज में लिया था. इसके पूर्व यह मामला सरायकेला थाने में दर्ज था. इस केस की मॉनिटिरिंग सीआईडी के अपर पुलिस महानिदेशक अनिल पाल्टा खुद कर रहे है और टीम में जांच अधिकारी के रूप में सीआईडी के कोल्हान प्रमंडल के डीएसपी अनिमेष गुप्ता भी शामिल हैं.