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सिमडेगा: बिरसा हरित ग्राम योजना पर दिया गया प्रशिक्षण, बागवानी योजना पर हुई चर्चा

सिमडेगा जिले में मंगलवार को जेएसएलपीएस जिला कार्यालय में डीपीएम निशिकांत ने बिरसा हरित ग्राम योजना पर प्रशिक्षण दिया. जहां सभी प्रखंडों के कार्यक्रम प्रबंधकों को बागवानी योजना और बागवानी सखियों को प्रशिक्षित करने के बारे में बताए गए.

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बिरसा हरित ग्राम योजना पर प्रशिक्षण
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Published : Jul 21, 2020, 6:01 PM IST

सिमडेगा: जेएसएलपीएस जिला कार्यालय सभागार में डीपीएम निशिकांत की तरफ से सभी प्रखंडों के कार्यक्रम प्रबंधक को बिरसा हरित ग्राम योजना पर प्रशिक्षण दिए गए. उक्त प्रशिक्षण का संचालन रंजीत सिन्हा एपीओ मनरेगा की ओर से किया गया, जिसके तहत जिला में 1230 एकड़ में बागवानी की जा रही है.

बागवानी सखियों को करेंगे प्रशिक्षित
प्रशिक्षण में योजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया कि कैसे आम बागवानी की देख-रेख करना है, क्या-क्या खाद् और किटनाशक कितना और कब डालना है. साथ ही जेएसएलपीएस की तरफ से चयनित बागवानी सखी की भूमिका के बारे में भी बताया गया. सभी प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक अपने प्रखण्ड की बागवानी सखियों को प्रशिक्षित करेंगे.


इसे भी पढ़ें-रांचीः एमडीएम में गड़बड़ियों की होगी जांच, निदेशक ने DC और DSE को लिखा पत्र


समय से किया जाए प्रशिक्षण पूरा
जिला कार्यक्रम प्रबंधक की तरफ से समय से प्रशिक्षण पूर्ण करने को कहा गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बागबानी योजना को सफल बनाना है, जिससे हरे-भरे जंगलों से घिरे जिले की पुरानी पहचान वापस लौट सके.


योजना से लोगों को मिलेगा रोजगार
बागवानी योजना के अंतर्गत अधिकांश फलदार वृक्ष लगाए जाने हैं, जिसके लाभ स्वरूप फाल तो प्राप्त होगा ही पर्यावरण में व्यापक संतुलन देखने को मिलेगा. साथ ही इस योजना के दूरगामी परिणाम भी देखने को मिलेंगे, जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोग इस योजना के तहत आने वाले समय में रोजगार से भी जुड़ेंगे.

सिमडेगा: जेएसएलपीएस जिला कार्यालय सभागार में डीपीएम निशिकांत की तरफ से सभी प्रखंडों के कार्यक्रम प्रबंधक को बिरसा हरित ग्राम योजना पर प्रशिक्षण दिए गए. उक्त प्रशिक्षण का संचालन रंजीत सिन्हा एपीओ मनरेगा की ओर से किया गया, जिसके तहत जिला में 1230 एकड़ में बागवानी की जा रही है.

बागवानी सखियों को करेंगे प्रशिक्षित
प्रशिक्षण में योजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया कि कैसे आम बागवानी की देख-रेख करना है, क्या-क्या खाद् और किटनाशक कितना और कब डालना है. साथ ही जेएसएलपीएस की तरफ से चयनित बागवानी सखी की भूमिका के बारे में भी बताया गया. सभी प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक अपने प्रखण्ड की बागवानी सखियों को प्रशिक्षित करेंगे.


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समय से किया जाए प्रशिक्षण पूरा
जिला कार्यक्रम प्रबंधक की तरफ से समय से प्रशिक्षण पूर्ण करने को कहा गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बागबानी योजना को सफल बनाना है, जिससे हरे-भरे जंगलों से घिरे जिले की पुरानी पहचान वापस लौट सके.


योजना से लोगों को मिलेगा रोजगार
बागवानी योजना के अंतर्गत अधिकांश फलदार वृक्ष लगाए जाने हैं, जिसके लाभ स्वरूप फाल तो प्राप्त होगा ही पर्यावरण में व्यापक संतुलन देखने को मिलेगा. साथ ही इस योजना के दूरगामी परिणाम भी देखने को मिलेंगे, जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोग इस योजना के तहत आने वाले समय में रोजगार से भी जुड़ेंगे.

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