सिमडेगा: आकांक्षी योजना से जिले में 1 करोड़ 74 लाख की लागत से जिले में कुल 12 हॉकी स्टेडियम का निर्माण कराया जाना है. जिसमें करीब 10 स्टेडियम कम्पलीट हो चुके हैं, वहीं 2 अभी भी अधूरे हैं. विभिन्न प्रखंडों में हॉकी स्टेडियम निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित की थी. जिसके बाद प्रशासनिक स्तर पर हुई जांच रिपोर्ट में भी स्टेडियम निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के मामले को सही पाया गया.
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इस मामले पर बीते दिनों नए इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम के स्थल का निरीक्षण करने खेल निदेशक सरोजिनी लकड़ा सिमडेगा पहुंची थी. ईटीवी भारत ने जब सिमडेगा के विभिन्न प्रखंडों में 1 करोड़ 74 लाख रुपए की लागत से 12 हॉकी स्टेडियम के निर्माण में भ्रष्टाचार पर सवाल पूछा तो निदेशक सवालों के जवाब देने के बजाय गोल मटोल बात करती हुई नजर आईं.
निदेशक से जब सवाल पूछा गया कि हॉकी की नर्सरी सिमडेगा में खेल को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हॉकी स्टेडियम में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, यहां तक कि बिना जांच किए ही उन्हें हैंडओवर ले लिया गया है तो उन्हें कुछ भी जवाब देते नहीं बन रहा था. पहले तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में जिला खेल पदाधिकारी से जानकारी लेंगी, फिर कहती हैं कि वह नए इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम का मुआयना करने आई हैं. राशि और गुणवत्ता के सवाल पर वो क्या जवाब देंगी. इसके पश्चात उन्होंने दूसरे अन्य सवालों को जवाब भी नहीं दिया.
बता दें कि खेल निदेशक का काम राज्य के विभिन्न जिलों में खेल का भविष्य तलाशना होता है. साथ ही खिलाड़ियों की सुविधा, निर्माण होने वाले भवन-स्टेडियम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होता है, ऐसे में खेल निदेशक का ऐसे जवाब देना समझ से परे है.