सिमडेगा: जिले में कोरोना पॉजिटिव का दूसरा मामला सामने आने के बाद लोगों की नींद उड़ गई है. ताजा मामला शहर के खैरनटोली से सामने आया है, जिसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीज को बीरू शांति भवन हॉस्पिटल में ले जाया गया.
प्रशासन को गुमराह
इस संबंध में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने बताया कि रांची के चान्हो से कुल 11 लोग बीते 1 अप्रैल को लौटे थे. हालांकि पहले ही 5 लोगों की जानकारी मिली थी, जिन्हें आइसोलेट किया गया था. बाद में गहनता से जांच किये जाने पर 6 अन्य लोगों के भी नाम सामने आए, जिसे 15 अप्रैल को आइसोलेट किया गया. यह मरीज बीते 1 अप्रैल को ही अन्य 10 साथियों के साथ रांची के चान्हो आदि क्षेत्र भ्रमण के बाद सिमडेगा पहुंचा था, जिनमें से 5 लोगों को पहले ही प्रशासन की ओर से आइसोलेट किया गया था, जबकि अन्य छह लोगों ने जिला प्रशासन को गुमराह कर अपनी जानकारी लगभग 14 दिनों तक छुपाए रखी.
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संक्रमण की पुष्टि
प्रशासन की सतर्कता और गहनता से जांच के कारण इन 6 लोगों का पता चल सका. जिन्हें बीते 15 अप्रैल को आइसोलेट किया गया. बता दें कि दूसरे संक्रमित युवक को अन्य 7 लोगों के साथ भट्ठीटोली के समीप स्थित नमाजी कॉमप्लेक्स में क्वॉरेंटाइन किया गया था. एक में संक्रमण की पुष्टि के बाद प्रशासन की ओर से मरीज के परिजनों को भी आइसोलेट कर दिया गया है. विदित हो कि 14 अप्रैल की शाम ठेठईटांगर के एक युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी जो तबलीगी जमात से जुड़ा हुआ था.
तबलीगी जमात की लापरवाही
इधर, दूसरे व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रशासन उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की जानकारी खंगाल रही है, साथ ही मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री भी निकाली जा रही है, जिससे संपर्क में आये सभी लोगों को आइसोलेट किया जा सके. बीते दिनों कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले में बार-बार आ रहे तबलीगी समाज के नाम को लेकर सिमडेगा वासी आशंकित हैं. उन्हें डर है कि कहीं तबलीगी जमात की लापरवाही सिमडेगा में भयावह स्थिति ना उत्पन्न कर दे.