सिमडेगा: मंगलवार को शहर की मुख्य थोक मंडी के पास अवैध शराब के विरुद्ध अभियान चलाया गया. एसपी सौरभ के निर्देश पर एसडीपीओ डेविड ए डोडराय के नेतृत्व में सदर थाना प्रभारी रवि प्रकाश ने अवैध शराब बिक्री के विरूद्ध अचानक छापेमारी की. जिससे हड़कंप मच गया. अचानक पुलिस के पहुंचते ही अवैध शराब बिक्री करने वालों में अफरा तफरी मच गई.
ये भी पढ़ेंः Simdega Road Accident: सिमडेगा में सड़क दुर्घटना में दो युवक की मौत, दो अन्य घायल
भारी संख्या में पहुंची पुलिस बल तुरंत वहां फैल गई. पुलिस को देखते शराब बेचने वाले भागने लगे. इस दौरान पुलिस ने दो महिलाओं को खदेड़ कर पकड़ा. इस दौरान पुलिस ने वहां रखे शराब, उनके अस्थाई दुकान और सामानों को नष्ट कर दिया. इसके बाद पुलिस ने नगर परिषद की गाड़ी बुलाकर सभी सामानों को जब्त कर भेज दिया. स्थानीय व्यवसायियों ने वहां स्थाई रूप से पुलिस बल की तैनाती करने की मांग की. जिससे मार्केट आने वाले खुद को सुरक्षित महसूस कर सके.
बता दें कि सिमडेगा जिला मुख्यालय के मुख्य थोक मंडी के समीप अहले सुबह से ही शराब की दुकानें सज धजकर तैयार हो जाते हैं. यूं तो जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवैध शराब के विरुद्ध अभियान चलाकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं. लेकिन शहर के बीचो-बीच इस दारू मंडी में दिनभर लोग खुलेआम अपना कारोबार करते थे. जिसे रोकने टोकने वाला कोई नहीं. दिनभर नशेड़ी और असामाजिक तत्वों का यहां जमावड़ा लगा रहता है. ऐसे में थोक मंडी और व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर भी मुश्किल खड़ी हो सकती है.
आसपास के व्यापारी लंबे समय से यहां कुछ पुलिस कर्मी को स्थाई तौर पर प्रतिनियुक्त करने की मांग कर रहे हैं. ताकि अवैध शराब की मंडी पर अंकुश लगाया जा सके. परंतु व्यापारियों की मांग अभी ठंडे बस्ते में है. जिसे कब तक पूरा किया जाएगा यह कहना मुश्किल है. व्यापारी हो या राहगीर या आसपास के छोटे-मोटे व्यवसायी सभी इन शराब कारोबारियों और फैल रही गंदगी से परेशान हैं.