सिमडेगा: नगर परिषद क्षेत्र के कुंबाटोली बस्ती में स्थानीय लोगों ने मोमबत्ती हाथों में लेकर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन बिजली विभाग के उदासीन रवैये को लेकर किया गया. इसका नेतृत्व नगर अपना संस्था के अध्यक्ष चंदन डे ने किया. आजादी के इतने वर्षों बाद भी सिमडेगा शहरी क्षेत्र अंतर्गत कुंबाटोली गांव में बिजली सुविधा अब तक नहीं पहुंच सकी है.
यहां के लोग बिजली के लिए बरसों से कभी इस ऑफिस तो कभी उस ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं. स्थानीय लोगों की माने तो उन्होंने प्रत्येक 1-2 वर्षों के बाद कभी लोकसभा तो कभी विधानसभा और नगर परिषद चुनाव देखे. जनप्रतिनिधि आकर बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं लेकिन बिजली अब तक कोई उपलब्ध नहीं करा सका. ना जाने कितने ही अधिकारी विभाग में आए और चले गए, लेकिन उनसे भी बस आश्वासन ही मिला बिजली नहीं.
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बीते 2 वर्षों से इस बस्ती में बिजली के खंभे गाड़ दिए गए लेकिन उसमें बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है. बिजली विभाग के उदासीन रवैये से तंग आकर यहां के निवासियों ने हाथों में मोमबत्ती लेकर अपना रोष व्यक्त किया. साथ ही जिला प्रशासन और बिजली विभाग से पूछा कि आखिर उनकी इतनी उपेक्षा क्यों की जा रही है.
वहीं, इस संबंध में नगर अपना संस्था के अध्यक्ष चंदन डे ने कहा कि वर्ष 2002 से ही नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न गांव बस्तियों में बिजली सुविधा बहाल करने के लिए उनकी ओर से प्रयास किए जा रहे हैं और उस प्रयास से अब तक 23 बस्तियों में बिजली पहुंच भी गई. वहीं, कुंबाटोली एकमात्र ऐसी बस्ती रह गयी जो विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार हो रही है, जिस कारण यहां के निवासियों को काफी मानसिक रूप से आघात पहुंच रहा है कि आखिर उनका गुनाह क्या है जो उनकी बस्ती और क्षेत्र का विकास अवरुद्ध किया गया है.